गजब! मुंबई से प्रयागराज पहुंचने के लिए प्याज का व्यापारी बना शख्स, 3 लाख रुपये किए खर्च
लॉकडाउन में लोग अपने घर पहुंचने के लिए तरह-तरह की जुगत लगा रहे हैं. ऐसे ही एक दिलचस्प मामले में एक व्यक्ति तरबूज और प्याज का व्यापारी बनकर मुंबई से ट्रक में प्रयागराज पहुंचा. इस व्यापार में उसने 3 लाख रुपये से अधिक का दांव लगाया.
प्रयागराज: लॉकडाउन में लोग अपने घर पहुंचने के लिए तरह-तरह की जुगत लगा रहे हैं. ऐसे ही एक दिलचस्प मामले में एक व्यक्ति तरबूज और प्याज का व्यापारी बनकर मुंबई से ट्रक में प्रयागराज पहुंचा. इस व्यापार में उसने 3 लाख रुपये से अधिक का दांव लगाया.
शहर के धूमनगंज थाना अंतर्गत कोटवा मुबारकपुर के निवासी प्रेम मूर्ति पांडेय ने पीटीआई को बताया, “मैंने मुंबई में किसी तरह 21 दिन तो गुजार लिया, लेकिन लॉकडाउन खुलने के कोई आसार नहीं दिखने पर मैंने अपने पैतृक घर निकलने का रास्ता खोजा. वास्तव में अंधेरी ईस्ट के आजाद नगर में जहां मेरा घर है वहां बहुत घनी बस्ती है और कोरोना फैलने का खतरा भी वहां अधिक है.” देश में कोविड-19 से अब तक 779 लोगों की मौत, संक्रमण के मामले बढ़ कर 24,942 हुए: स्वास्थ्य मंत्रालय
उधर, मध्यप्रदेश के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र से उत्तरप्रदेश के ललितपुर जिले के अपने पैतृक स्थानों के लिये परिवार के साथ पैदल रवाना हुए करीब 150 मजदूरों के जत्थे को शनिवार को इंदौर में रोक लिया गया. उन्हें आश्रय स्थलों में भेजा गया है. पड़ोसी धार जिले के पीथमपुर से ललितपुर की दूरी करीब 500 किलोमीटर है.
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) उमाकांत चौधरी ने बताया कि इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र की इकाइयों में काम करने वाले करीब 150 मजदूरों को क्षिप्रा थाना क्षेत्र में रोका गया. ये मजदूर मध्यप्रदेश के भोपाल, रीवा और सतना जिलों से ताल्लुक रखते हैं.