नागपुर, 29 दिसंबर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता अम्बादास दानवे ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले चार महीनों में महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों में 1,000 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार ने 'जल जनित सूखा' घोषित नहीं किया है।
विधान परिषद में 'अंतिम सप्ताह' के प्रस्ताव पर बोलते हुए विपक्ष के नेता दानवे ने कहा कि भारी बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है और कई किसान भारी कर्ज में डूबे हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले चार महीनों में विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों में 1,000 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है। भारी बारिश के कारण किसान कर्ज में डूबे हुए हैं। हालांकि, राज्य सरकार ने अतवृष्टि सूखा घोषित नहीं किया है, जिससे किसानों को राहत मिल सके। ’’
दानवे ने दावा किया कि फसलों के नुकसान का आकलन (पंचनामा) एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार द्वारा ठीक से नहीं किया जा रहा है।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता ने सदन में कहा, ‘‘
किसानों के लिए आवश्यक न्यूनतम सहायता 37,000 करोड़ रुपये है, जबकि राज्य सरकार ने केवल 700 करोड़ रुपये का वितरण किया है। इसके अलावा, 52 लाख किसानों ने बीमा कंपनियों से मुआवजे के लिए आवेदन किया, लेकिन ये कंपनियां लाभ कमा रही हैं, पैसा नहीं बांट रही। ’’
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