देश की खबरें | लालू प्रसाद यादव के परिवार में और नाटकीय घटनाएं, तेजप्रताप मां राबडी के आवास रहने पहुंचे
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पटना, 27 अप्रैल राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के ‘नाटकीय’ कदमों से परिवार में पैदा हुई उधल-पुथल खत्म होती नहीं दिख रही है।
राजद सूत्रों के अनुसार तेजप्रताप मंगलवार की शाम अपनी मां राबड़ी देवी के आवास पहुंचे और वहीं रात बिताई और घोषणा की कि वह अब राज्य सरकार द्वारा आवंटित बंगले में नहीं रहेंगे।
तेजप्रताप लंबे समय से अपनी मां और परिवार के अन्य सदस्यों से अलग विधायक के तौर पर आवंटित अपने सरकारी बंगले में रह रहे थे। उन्होंने सोमवार को एक ट्वीट में कहा था कि वह अपना इस्तीफा जल्द ही अपने पिता राजद प्रमुख लालू प्रसाद को सौंप देंगे। हालांकि, उनके मां के आवास में फिर से लौट आने को यानी इस ‘‘पुनर्मिलन’’ को परिवार के लिए खुशी से ज्यादा ‘‘आशंकाओं’’ भरा माना जा रहा है ।
राजद जिसे वर्तमान में लालू के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले उनके छोटे पुत्र तेजस्वी यादव नियंत्रित करते रहे हैं, हाल के दिनों में तेज प्रताप के खिलाफ पार्टी की युवा इकाई के एक पदाधिकारी के गंभीर आरोपों से उत्पन्न विवाद से परेशान हैं।
युवा राजद की नगर इकाई के प्रमुख रामराज यादव ने आरोप लगाया कि तेज प्रताप ने शुक्रवार को उनकी मां राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी के दौरान एक कमरे में ले जाकर अपने गुर्गों की मदद से उन्हें निर्वस्त्र कर पीटा और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी।
राजद के युवा इकाई के नेता ने तेजप्रताप पर यह भी आरोप लगाया था कि उन्होंने न केवल मेरे खिलाफ बल्कि अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव और यहां तक कि पिता लालू प्रसाद के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया।
राजद विधायक तेजप्रताप जो कि वर्तमान में समस्तीपुर जिले के हसनपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, के करीबी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने शायद अपनी मां के 10 सर्कुलर रोड बंगले में रहने का फैसला पार्टी में विरोधियों द्वारा रामराज के माध्यम उनके खिलाफ रची गई ‘‘साजिश’’ के मद्देनजर लिया होगा।
लालू के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले उनके छोटे पुत्र और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी की पार्टी पर दबदबे से कथित कुंठित रह रहे उनके बड़े भाई और तेजप्रताप पर लगाए गए आरोप के बारे में जब पत्रकारों द्वारा पूछा गया तो उन्होंने बुदबुदाते हुए केवल इतना कहा था कि मामले की जांच की जाएगी।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह जिनसे भी तेजप्रताप लंबे समय से नाराज चल रहे हैं, एकमात्र राजद नेता हैं, जिन्होंने रामराज के आरोपों की जानकारी की पुष्टि की है।
उन्होंने कहा, ‘‘रामराज ने मुझे फोन किया था और अपनी आपबीती सुनाई थी। मैंने उनकी शिकायतों का संज्ञान लिया है। लेकिन दुर्भाग्य से तेजप्रताप के खिलाफ कोई कार्रवाई करना मेरे हाथ में नहीं है। वह एक विधायक हैं और केवल राज्य इकाई के नेता नहीं हैं।’’
हालांकि, तेजप्रताप के विश्वासपात्रों का दावा है कि कथित हमला कभी नहीं हुआ था और रामराज जगदानंद सिंह, तेजस्वी के प्रमुख राजनीतिक सहयोगी संजय यादव और एमएलसी सुनील कुमार सिंह के इशारे पर आरोप लगा रहे हैं।
पार्टी सुप्रीमो के बड़े बेटे को लेकर चल रहे ताजा विवाद पर न तो संजय यादव और न ही सुनील कुमार सिंह ने कोई प्रतिक्रिया दी है।
चारा घोटाला मामले में झारखंड उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद लालू प्रसाद की अगले हफ्ते तक रिहाई होने की उम्मीद है जिसके मद्देनलर राजद के कुछ नेताओं को उम्मीद की किरण नजर आ रही है।
वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव के जरिए राजनीति में कदम रखने वाले तेजप्रताप जो विवादों के कारण अक्सर चर्चा में रहा करते हैं, के बारे में पार्टी सूत्रों का कहना है, ‘‘केवल लालू जी ही तेजप्रताप को वश में कर सकते हैं’’।
इस बीच तेजप्रताप के विश्वासपात्रों का कहना है कि वह एक गंभीर राजनेता हैं जो अगले महीने से अपने पिता की तरह ‘‘जनता दरबार’’ आयोजित करने की योजना बना रहे हैं और एक राज्यव्यापी यात्रा पर निकलेंगे।
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