जयपुर, 13 सितम्बर जयपुर, 13 सितम्बर राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने वर्षा जल संरक्षण के लिए अधिक से अधिक कदम उठाने का आह्वान करते हुए शुक्रवार को कृषि विश्वविद्यालयों में इस दिशा में शोध व अनुसंधान को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया ताकि भारत कृषि क्षेत्र में दुनिया भर में अग्रणी बन सके।
बागडे, जोबनेर के कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय के 12वें स्थापना दिवस पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि उत्पादन, ग्रेडिंग, पैकिंग के काम घर में ही करने की शिक्षा देकर किसानों के हित में अधिकाधिक कदम उठाए जाएं।
उन्होंने विश्वविद्यालय प्रसार शिक्षा के अंतर्गत किसानों के लिए क्रियान्वित केन्द्र व राज्य सरकार की लाभकारी योजनाओं का अधिकाधिक प्रसार किए जाने पर भी जोर दिया ताकि आम किसान को प्रत्यक्ष लाभ मिल सके।
बागडे ने कहा, “यह वर्षा का समय है। इस बार सभी स्थानों पर अच्छी वर्षा हो रही है। वर्षा जल को संरक्षित करने के लिए सभी मिलकर प्रयास करें।”
उन्होंने कहा कि हर बार अच्छी वर्षा होगी, यह भरोसे से नहीं कहा जा सकता इसलिए फिलहाल हो रही वर्षा के जल को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह जलवायु परिवर्तन का दौर है, कृषि पर भी बहुत से संकट हैं, इस दौर में अधिकाधिक पौधे लगाकर और ‘प्राकृतिक’ खेती को अपनाकर ही हम देश का विकास कर सकते हैं।
बागडे ने युवाओं को कृषि शिक्षा के अंतर्गत खेती के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ खाद्य प्रसंस्करण और अन्य कृषि उत्पादों में उद्यमिता विकास के लिए भी कार्य करने पर जोर दिया।
इस अवसर पर राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष सी.आर. चौधरी और सांसद राव राजेंद्र सिंह ने भी विचार रखे।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से संवाद किया तथा कृषि पशुपालन उत्पादों की प्रदर्शनी देखी। उन्होंने विश्वविद्यालय के डेयरी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के भवन का भी लोकार्पण किया।
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