नयी दिल्ली, दो जून: दक्षिण-पश्चिम मानसून के तीन जून को केरल पहुंचने की स्थितियां राज्य में बननी शुरू हो गई है. मानसून यहां सामान्य समय से देर से पहुंच रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि केरल में स्थानिक वर्षा वितरण में वृद्धि हुई है और दक्षिण अरब सागर के निचले स्तरों में पछुआ हवाएं चल रही हैं. Monsoon 2021 Forecast: मौसम विभाग ने बताया देश में कैसा रहेगा इस साल मानसून का हाल, किन-किन स्थानों पर होगी ज्यादा बरसात.
उपग्रह से हासिल तस्वीरों के अनुसार, केरल तट और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बादल छाए हुए हैं. आईएमडी ने कहा, ‘‘ केरल में अगले 24 घंटे में बारिश के और बढ़ने से स्थिति के मानसून के अधिक अनुकूल होने का पूर्वानुमान है.’’
केरल में आमतौर पर मानसून एक जून को पहुंचता है. आईएमडी ने इससे पहले मानसून के यहां 31 मई या इससे चार दिन अधिक या पहले पहुंचने का अनुमान लगाया था, लेकिन 30 मई को उसने कहा था कि केरल मे अभी मानसून आने की स्थिति नहीं बनी है. आईएमडी के अनुसार, मानसून के इस साल सामान्य रहने का अनुमान है.
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