नयी दिल्ली/रांची, 6 मई : प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा कोष में 18 करोड़ रुपये के कथित गबन से जुड़े धन शोधन के एक मामले में झारखंड की खनन सचिव के परिसर सहित कई अन्य ठिकानों पर बृहस्पतिवार को छापेमारी की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में 18 परिसरों में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की जा रही है.
अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी एवं झारखंड खनन सचिव पूजा सिंघल के परिसर की भी तलाशी की जा रही है. यह मामला झारखंड के कनिष्ठ अभियंता राम बिनोद प्रसाद सिन्हा के खिलाफ 2020 में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पीएमएलए के तहत दर्ज मामले से जुड़ा है. यह भी पढ़ें : BJP नेता तजिंदर पाल सिंह को पंजाब पुलिस ने किया गिरफ्तार, अरविंद केजरीवाल पर आपत्तिजनक बयान देने का आरोप
केंद्रीय एजेंसी ने कुछ साल पहले झारखंड सतर्कता ब्यूरो द्वारा सिन्हा के खिलाफ दर्ज की गई 16 प्राथमिकी और आरोपपत्रों का संज्ञान लिया था. इनमें सिन्हा पर ‘‘अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने, जालसाजी और धन की हेराफेरी के जरिये 18 करोड़ रुपये के सरकारी धन का गबन करने’’ का आरोप लगाया गया था.