उत्तर कोरिया ने कहा कि ये परीक्षण अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यासों का मुकाबला करने के उसके संकल्प को भली-भांति दर्शाते हैं।
उत्तर कोरिया ने पिछले हफ्ते दर्जनों मिसाइलें दागीं और युद्धक विमानों का अभ्यास किया, जिस कारण दक्षिण कोरिया और जापान के कुछ क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए ‘अलर्ट’ जारी किया गया था।
उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के विरोध में यह प्रक्षेपण किए थे। उत्तर कोरिया इस तरह के अभ्यास को युद्ध का पूर्वाभ्यास बताता है।
अमेरिका और दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपणों की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि उनके अभ्यास रक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए किए गए।
सरकारी मीडिया ने कोरियाई पीपुल्स आर्मी के जनरल स्टाफ के हवाले से कहा, ‘‘ कोरियाई पीपुल्स आर्मी के इस तरह के हालिया सैन्य अभियान (उत्तर कोरिया को) एक स्पष्ट जवाब है कि दुश्मनों की उत्तेजक सैन्य चालें जितनी उग्रता से जारी रहेंगी, उतने ही उचित तरीके से एवं निर्ममता से केपीए उसका मुकाबला करेगा।’’
उत्तर कोरिया की सेना ने कहा कि उसने ‘‘दुश्मन के ऑपरेशन कमांड सिस्टम को पंगु बनाने’’ के मकसद से एक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। उसने सुपर-लार्ज, मल्टीपल-लॉन्च मिसाइलों और सामरिक बैलिस्टिक मिसाइलों का भी प्रक्षेपण किया।
हालांकि, उसने विशेष रूप से अमेरिकी की सरजमीं को निशाने बनाने में सक्षम एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के एक कथित प्रक्षेपण का उल्लेख नहीं किया।
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