मायावती ने की कासगंज में पुलिस हिरासत में युवक की मौत मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कासगंज में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत को दुखद और शर्मनाक बताते हुये राज्य सरकार से घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने तथा दोषियों को सख़्त सजा देने की मांग की है.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: IANS)

लखनऊ, 11 नवंबर : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने कासगंज में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत को दुखद और शर्मनाक बताते हुये राज्य सरकार से घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने तथा दोषियों को सख़्त सजा देने की मांग की है. मायावती ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ''कासगंज में पुलिस हिरासत में एक और युवक की मौत अति दुखद व शर्मनाक है. सरकार घटना की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों को सख़्त सजा दे तथा पीड़ित परिवार की मदद करे. उत्तर प्रदेश सरकार हिरासत में आए दिन होने वाली मौतों को रोकने व पुलिस को जनता की रक्षक बनाने में विफल साबित हो रही है,जो अति चिन्ता की बात है.''

गौरतलब है कि कासगंज में अल्ताफ नामक युवक की पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी. पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि मंगलवार को एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर साथ ले जाने के मामले में पूछताछ के लिए नगला सैयद इलाके के रहने वाले अल्ताफ को हिरासत में लिया गया था. उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान अल्ताफ ने शौचालय जाने की बात कही, उसे हवालात के अंदर बने शौचालय जाने दिया गया,जहां उसने जैकेट के हुक में लगी डोरी को शौचालय के नल में फंसा कर अपना गला घोंटने की कोशिश की. यह भी पढ़ें : Mumbai: समय पर नहीं दी सैलरी तो बॉस के 4 साल के बेटे को कर लिया किडनैप, मांगी 50 हजार की फिरौती, पुलिस ने दबोचा

उन्होंने बताया कि आरोपी के नहीं लौटने पर पुलिसकर्मी शौचालय गए और वहां उन्होंने अल्ताफ को गंभीर अवस्था में पाया, तत्काल उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई . मृतक के परिजन का आरोप है कि पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटे जाने की वजह से उसकी मौत हुई है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है .

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