जरुरी जानकारी | बाजार में तेजी लौटी, सेंसेक्स 453 अंक मजबूत; आईटी कंपनियों के शेयर चमके

मुंबई, 22 दिसंबर स्थानीय शेयर बाजारोंमें भारी उतार चढ़ा भरे कारेाबार के बीच बीएसई 30 सेंसेक्स में मंगलवार शुरुआती गिरावट से उबर कर 453 अंक उछाल के साथ बंद हुआ। ब्रिटेन के कोरोना वायर के नए रूप के प्रकोप की खबरों से चिंतित बाजार शुरू में बिकवाली के बदाव में आ गयाथा।

यूरोपीय बाजारों से मिले सकारात्मक रुख के बीच सूचना प्रौद्योगिकी और बैंक शेयरों में मजबूत सुधार का बाजार पर अच्छा प्रभाव पड़ा।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 452.73 अंक यानी 0.99 प्रतिशत मजबूत होकर 46,006.69 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसमें 968 अंक का उतार-चढ़ाव आया।

इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 137.90 अंक यानी 1.03 प्रतिशत मजबूत होकर 13,466.30 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में एचसीएल टेक रही। इसमें 5.09 प्रतिशत की तेजी आयी। इसके अलावा टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, पावरग्रिड, सन फार्मा, एल एंड टी और नेस्ले इंडिया में भी तेजी रही।

दूसरी तरफ, सेंसेक्स के केवल पांच शेयरों... कोटक बैंक, एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस, आरआईएल और इंडसइंड बैंक.... में 0.94 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।

जर्मनी की दवा कंपनी बॉयो-एन-टेक के अनुसार उसे उम्मीद है कि उसका टीका नये कोराना वायरस स्ट्रेन के खिलाफ प्रभावी होगा। इससे यूरोपीय बाजारों में अच्छी तेजी आयी जिसका सकारात्मक प्रभाव घरेलू बाजार पर पड़ा।

वायरस का नया किस्म हाल के सप्ताहों में मुख्य रूप से लंदन और इंग्लैंड के दक्षिणपूर्व हिस्से में दिखा है। इस वायरस के और आसानी से फैलने की आशंका है जिसको लेकर दुनिया भर में चिंता है।

हालांकि अबतक ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि इससे और गंभीर बीमारी हो रही है। लेकिन यूरोप, भारत समेत कई देशों ने ब्रिटेन से यात्रा को लेकर पाबंदी लगायी है।

कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के 900 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज की मंजूरी से भी बाजार धारणा को बल मिला।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘उतार-चढ़ाव के बीच दोपहर कारोबार में अप्रत्यशित तेजी आयी। यूरोपीय बाजारों में अच्छी शुरूआत का घरेलू बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा और सोमवार की बड़ी गिरावट से उबरा। आईटी और दवा कंपनियों के साथ अन्य क्षेत्रों के शेयरों में तेजी की अगुवाई में बाजार मजबूत हुआ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कड़े लॉकडाउन और उसका आर्थिक पुनरूद्धार पर पड़ रहे असर को देखते हुए निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव रह सकता है। हालांकि 2021 में आर्थिक गतिविधियों में कुल मिलाकर प्रगति को देखते हुए बााजार मध्यम से दीर्घावधि में मजबूत बना रह सकता है।’’

एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सोल, हांगकांग और तोक्यो नुकसान में रहे।

इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा का भाव 1.67 प्रतिशत टूटकर 50.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे की गिरावट के साथ 73.84 पर बंद हुआ।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)