लंदन, 13 अप्रैल ब्रिटेन के विभिन्न भागों में इस साल सिखों के प्रमुख त्योहार वैशाखी पर लोगों की भारी भीड़ नहीं जुटेगी और मेलों का भी आयोजन नहीं होगा। सिख समुदाय ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देजनर लोगों से सुरक्षित रहने का आग्रह किया है और सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है।
इस बार सोमवार को वैशाखी है। ब्रिटेन सरकार के घरों में रहने के संदेश का समर्थन करते हुए गुरुद्वारों में इस बारे ऐसे कार्यक्रम आयोजित नहीं किये जायेंगे जिनमें भारी भीड़ इकट्ठा होती हो।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) की मुख्य लोक अधिकारी पी इस्सर ने कहा, ‘‘समारोहों में परिवार एक साथ आते हैं, हम इस बारे में भी सोचेंगे कि हम अपने लोगों का समर्थन कैसे कर सकते हैं क्योंकि वे इस वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के माध्यम से लोगों की देखभाल करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे एनएचएस कर्मचारी इस मुश्किल समय में असाधारण काम कर रहे हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि हम सरकारी दिशा निर्देशों का पालन करके, घर के अंदर रहकर और अपने हाथों को धोकर अपनी रक्षा कर सकते हैं।’’
अगले शनिवार को ट्राफलगर स्क्वायर पर लंदन के वार्षिक वैशाखी कार्यक्रम का आयोजन होना था लेकिन इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है।
ब्रिटेन में बर्मिंघम के हैंड्सवर्थ पार्क में आयोजित होने वाले इसी तरह के एक और कार्यक्रम को लॉकडाउन के मद्देनजर रद्द कर दिया गया है। बर्मिंघम में सिखों की अच्छी खासी आबादी है।
पश्चिमी लंदन में साउथऑल गुरुद्वारा ने कहा, ‘‘सिख कैलेंडर में दर्ज किसी भी कार्यक्रम में जान का खतरा नहीं होना चाहिए।’’
समुदाय का ध्यान वार्षिक वैशाखी पर आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों जैसे नगर कीर्तन, लोगों को लंगर कराना और विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों की जगह इस बार लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों की मदद करने पर केन्द्रित है।
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