गुरुग्राम (हरियाणा), 16 जून गुरुग्राम में मनोरोग पीड़ित एक व्यक्ति ने फोन कर कहा कि यहां मेदांता अस्पताल में एक बम है, जो जांच में अफवाह साबित हुई। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उसने बताया कि हिमाचल प्रदेश के एक निवासी का उसकी स्थिति को लेकर 2014 से 2020 तक यहां मेदांता अस्पताल में इलाज हुआ था।
उसने बताया कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के जसविंदर पाल सिंह गुलाटी ने बृहस्पतिवार को रात करीब पौने आठ बजे फोन किया जिसके तुरंत बाद पुलिस हरकत में आ गयी और वह बम तलाशने लगी।
इस कॉल के मद्देनजर एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने अस्पताल की सघन तलाशी का आदेश दिया।
तलाशी दल ने करीब दो घंटे तक अस्पताल परिसर की तलाशी की लेकिन कोई बम नहीं मिला। इस दल में बम निष्क्रय दस्ता एवं श्वान दस्ता भी था।
बाद में पुलिस की छानबीन में फोन करने वाला व्यक्ति मनोरोगी गुलाटी निकला।
सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) वरूण दहिया ने कहा, ‘‘ जब संपर्क किया गया तब उसके परिवार के सदस्यों ने हमसे कहा कि गुलाटी मानसिक रूप से बीमार रहा है और उसका 2014 से 2020 तक मेदांता अस्पताल में इलाज चला था।’’
पुलिस ने इस घटना के सिलसिल में प्राथमिकी दर्ज नहीं की है।
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