ठाणे (महाराष्ट्र), 30 अप्रैल: महाराष्ट्र में ठाणे जिले के भिवंडी में ढही दो मंजिला इमारत के मलबे से रविवार दोपहर एक और व्यक्ति का शव बरामद किए जाने के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. हादसे के 24 घंटे बाद भी राहत और बचाव अभियान जारी है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. मनकोली के वलपाड़ा स्थित वर्धमान कंपाउंड में दो मंजिला इमारत शनिवार को अपराह्न करीब पौने दो बजे ढह गई. इमारत के भूतल और पहली मंजिल पर गोदाम थे, जबकि ऊपरी मंजिल पर चार परिवार रहते थे. ठाणे महानगरपालिका के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ (आरडीएमसी) के प्रमुख अविनाश सावंत ने बताया कि अब भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. यह भी पढ़ें: Maharashtra Weather Update: मुंबई समेत इन स्थानों पर अगले 3-4 घंटों में होगी बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम एवं दमकलकर्मियों समेत विभिन्न एजेंसी के कर्मी बचाव अभियान में जुटे हैं.अधिकारी ने कहा कि जिस व्यक्ति का शव रविवार पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे मलबे से निकाला गया, उसकी पहचान सुधाकर गवई के रूप में हुई है, जबकि दोपहर में मलबे में मृत पाए गए व्यक्ति की पहचान 22 वर्षीय प्रवीण चौधरी के रूप में हुई. इससे पूर्व, नारपोली थाने के वरिष्ठ निरीक्षक मदन बल्लाल ने बताया कि सुनील पीसा (38) नाम के एक व्यक्ति को रविवार सुबह करीब आठ बजे मलबे से निकाला गया और उसे भिवंडी के इंदिरा गांधी मेमोरियल (आईजीएम) अस्पताल ले जाया गया.
गोदाम में लोडिंग व अनलोडिंग के लिए आए एक कंटेनर व दो टेंपो भी मलबे में दब गए। सावंत ने कहा कि यह इमारत खाद्य उत्पाद कंपनी की है. उन्होंने कहा, ‘‘घटना में अपनी मां को खोने वाले दो भाइयों सहित दस लोगों का उपचार किया जा रहा है. दस दमकल गाड़ियों, एंबुलेंस, ट्रक और अर्थमूविंग मशीन को भी राहत बचाव अभियान में लगाया गया है.’’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना को ‘‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया और शनिवार देर रात दुर्घटनास्थल का दौरा करने के साथ भिवंडी के आईजीएम अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों से भेंट की. भिवंडी के पुलिस उपायुक्त नवनाथ धावले ने बताया कि इमारत के मालिक इंद्रपाल पाटिल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, हालांकि उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
महानगरपालिका के एक अधिकारी के अनुसार, इमारत लगभग 10 साल पुरानी थी और हाल में इसकी छत पर लगाए गए एक मोबाइल टावर का यह भार नहीं उठा सकी. मुख्यमंत्री शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने ठाणे के जिलाधिकारी अशोक शिनगारे और अन्य अधिकारियों को जिले में ‘सबसे खतरनाक’ घोषित ढांचों का तुरंत सर्वेक्षण कराने और मॉनसून की शुरुआत से पहले उनमें रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है.
आईजीएम अस्पताल में शिंदे ने दो भाइयों, प्रेम रविकुमार महतो (7) और प्रिंस रविकुमार महतो (5) की स्थिति के बारे में जानकारी ली, जिन्होंने इस घटना में अपनी मां ललिता देवी (26) को खो दिया। मुख्यमंत्री ने अन्य घायलों के बारे में भी पूछताछ की. मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है, जबकि घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी.
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