देश की खबरें | महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: 23 नवंबर को होगी मतगणना
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती शनिवार सुबह आठ बजे से शुरू होगी। सभी की निगाहें सत्तारूढ़ भाजपा नीत महायुति और सत्ता में वापसी की कोशिश में जुटे महा विकास आघाडी (एमवीए) के बीच मुकाबले के नतीजे पर टिकी हैं।
मुंबई, 22 नवंबर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती शनिवार सुबह आठ बजे से शुरू होगी। सभी की निगाहें सत्तारूढ़ भाजपा नीत महायुति और सत्ता में वापसी की कोशिश में जुटे महा विकास आघाडी (एमवीए) के बीच मुकाबले के नतीजे पर टिकी हैं।
चुनाव अधिकारियों ने बताया कि 20 नवंबर को हुए मतदान में अंतिम मतदान 66.05 प्रतिशत रहा जबकि 2019 में यह आंकड़ा 61.1 प्रतिशत था।
उन्होंने बताया कि नांदेड़ लोकसभा उपचुनाव के लिए भी मतगणना होगी, जहां 20 नवंबर को 67.81 प्रतिशत मतदान हुआ था।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के कोल्हापुर जिले में 76.63 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसके बाद गढ़चिरौली में 75.26 प्रतिशत मतदान हुआ, जहां कुछ क्षेत्र वामपंथी उग्रवाद प्रभावित हैं, जबकि सबसे कम मतदान मुंबई में 52.07 प्रतिशत रहा। मुंबई उपनगरीय जिले में 55.95 प्रतिशत मतदान हुआ।
शनिवार को मतों की गिनती के लिए कुल 288 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें नांदेड़ लोकसभा उपचुनाव के लिए भी एक केंद्र शामिल है।
एक अधिकारी ने बताया कि कुल 288 मतगणना पर्यवेक्षक प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की निगरानी करेंगे, जबकि नांदेड़ लोकसभा उपचुनाव में मतगणना की निगरानी के लिए दो पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि डाक मतपत्रों की अधिक संख्या के कारण सभी विधानसभा क्षेत्रों में सुचारू मतगणना प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए डाक मतपत्रों की गिनती के वास्ते 1,732 टेबल और इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलट सिस्टम (ईटीपीबीएस) के लिए 592 टेबल स्थापित किए गए हैं।
महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी ने 149 विधानसभा सीटों पर, शिवसेना ने 81 सीटों पर और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 59 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे थे।
विपक्ष के एमवीए गठबंधन में, कांग्रेस ने 101 उम्मीदवार, शिवसेना (उबाठा) ने 95 और राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 86 उम्मीदवार खड़े किए।
बहुजन समाज पार्टी एवं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) जैसी पार्टियों ने भी चुनाव लड़ा, जिसमें बसपा ने 237 उम्मीदवार और एआईएमआईएम ने 17 उम्मीदवार खड़े किये।
राज्य में 2019 के विधानसभा चुनावों की तुलना में इस बार उम्मीदवारों की संख्या में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस साल 4,136 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा, जबकि 2019 के चुनावों में 3,239 उम्मीदवार मैदान में थे।
इन उम्मीदवारों में 2,086 निर्दलीय हैं। 150 से ज्यादा सीटों पर बागी उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें महायुति और एमवीए के उम्मीदवार अपनी पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे।
महाराष्ट्र में इस बार 1,00,186 मतदान केंद्र थे, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में 96,654 मतदान केंद्र थे।
मुंबई पुलिस ने एक आदेश जारी कर शहर के सभी 36 मतगणना केंद्रों के 300 मीटर के दायरे में लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी है। इन केंद्रों में 36 विधानसभा क्षेत्र आते हैं।
यह आदेश 21 नवंबर को सुबह छह बजे से 24 नवंबर की मध्य रात्रि तक प्रभावी रहेगा।
मतगणना से पहले, पुणे में एक स्थानीय पार्टी कार्यकर्ता ने एक पोस्टर लगाया जिसमें राकांपा प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार को अगले मुख्यमंत्री के रूप में दिखाया गया था हालांकि बाद में उसे हटा दिया गया।
वर्तमान राज्य विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
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