MP: मां के खिलाफ शिकायत करने थाने गए बच्चे को मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने साइकिल, चॉकलेट उपहार में दी
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तीन साल के बच्चे को साइकिल और चॉकलेट उपहार में दी. यह बच्चा अपने पिता के साथ बुरहानपुर के एक थाने में अपनी मां के खिलाफ शिकायत करने गया था क्योंकि अड़ियल होने पर उसकी मां ने उसे डांटा था.
भोपाल, 18 अक्टूबर : मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तीन साल के बच्चे को साइकिल और चॉकलेट उपहार में दी. यह बच्चा अपने पिता के साथ बुरहानपुर के एक थाने में अपनी मां के खिलाफ शिकायत करने गया था क्योंकि अड़ियल होने पर उसकी मां ने उसे डांटा था. पुलिस द्वारा मंगलवार को लड़के को उपहार दिए जाने के बाद प्रदेश के विभाग ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा किया जिसमें बच्चा पुलिस और अपने परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में खुशी खुशी साइकिल चला रहा है. इससे पहले वीडियो में बच्चा अपने पिता के साथ रविवार को बुरहानपुर के ददतलाई चौकी जाते दिख रहा है.
इतने छोटे बच्चे को आया देख थाना प्रभारी प्रियंका नायक की उत्सुकता जाग उठी. हालांकि, उन्होंने कागज-कलम निकाली और बच्चे की पूरी शिकायत लिखी. वीडियो में बच्चे को यह दावा करते हुए सुना गया कि उसकी मां ने उसकी कैंडीज चुराई हैं. वहीं, नायक ने बच्चे की पूरी शिकायत लिखने के बाद जब उससे दस्तखत करवाए तो, तीन साल के मासूम ने कुछ आड़ी-तिरछी रेखाएं खींच दीं. वहीं, बच्चे के पिता का कहना है कि वह नहाने के बाद माथे पर काला टीका नहीं लगाना चाहता था, जिसे लेकर उसे मां से डांट पड़ी. इसके बाद बच्चा मां के खिलाफ शिकायत करने की जिद करता रहा तो, पिता अंतत: उसे नजदीकी पुलिस चौकी ले गए. यह भी पढ़े : पांच परिजनों की जान ली और फिर अपनी जान दे दी
सोशल मीडिया पर क्लिप वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को वीडियो कॉल करके बच्चे से पूछा कि वह क्या चाहता है और साथ ही उसे दिवाली पर चॉकलेट और साइकिल भेजने का वादा किया. कुछ पुलिसकर्मियों ने बाद में लड़के को सामान दिया और उसे बताया कि मंत्री ने इसे बच्चे को उपहार के रूप में भेजा है. बुरहानपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राहुल कुमार ने कहा कि उन्होंने बच्चे के पिता से बात की जिन्होंने कहा कि बच्चा पुलिस से प्रभावित था और उनके बारे में जानने को उत्सुक था. एसपी ने बच्चे को दिलासा देने और यह संदेश देने के लिए महिला पुलिस अधिकारी की सराहना की कि कोई भी बिना किसी डर के थाने जा सकता है.