कोविड-19 की मार, रीयल एस्टेट क्षेत्र में धारणा सर्वकालिक निचले स्तर पर
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नयी दिल्ली, 16 अप्रैल कोविड-19 की वजह से देश के रीयल एस्टेट क्षेत्र की हालत भी खराब है। इस महामारी के मांग-आपूर्ति तथा बाजार में तरलता की स्थिति पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव से जनवरी-मार्च की तिमाही में रीयल एस्टेट क्षेत्र उद्योग की धारणा अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गई है।

संपत्ति क्षेत्र की सलाहकार नाइट फ्रैंस तथा उद्योग मंडल फिक्की और नारेडको के एक सर्वे में कहा गया है कि बीते वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में रीयल एस्टेट क्षेत्र में कुछ सुधार दिख रहा था। लेकिन कोविड-19 महामारी फैलने से इस क्षेत्र को बड़ा झटका लगा है। क्षेत्र की मौजूदा और भविष्य की धारणा दोनों का इंडेक्स अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है। यह निराशावादी क्षेत्र में है।

नाइट फ्रैंक-फिक्की-नारेडको के 24वें रीयल एस्टेट धारणा इंडेक्स-पहली तिमाही, 2020 में क्षेत्र के लिए मौजूदा धारणा अपने सर्वकालिक निचले स्तर 31 पर आ गई है।

सर्वे के अनुसार क्षेत्र के लिए भविष्य की धारणा का स्कोर भी 36 पर आ गया है, जो बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 59 पर था। भविष्य की धारणा बिल्डरों और वित्तीय संस्थानों की अगले छह माह के लिए बाजार से उम्मीदों के बारे में बताती है।

50 से अधिक का स्कोर आशावाद को, 50 का तटस्थ स्थिति को, और 50 से कम का स्कोर निराशावाद को दर्शाता है।

नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘इस महामारी ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है जिससे वैश्विक बाजार और समाज बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। ज्यादातर अर्थव्यवस्थाएं पूरी तरह ठहरी हुई हैं जिससे बाजार में नकदी का गंभीर संकट पैदा हो गया है।

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