कोविड-19 : देश में कोरोना वायरस के 5000 नए मामले , घरेलू उड़ानों को अनुमति देने की योजना

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिन लोगों में कोरोना वायरस के मामलों की पुष्टि हुयी है उनके ठीक होने की दर में बढोत्तरी दर्ज की गयी है। यह दर 40 फीसदी के करीब पहुंच गयी है जो 25 मार्च को लॉकडाउन शुरू होने से पहले सात प्रतिशत थी । मंत्रालय ने यह भी कहा है कि अस्पताल की जरूरत सात फीसदी से भी कम मरीजों को है ।

जमात

नयी दिल्ली, 20 मई देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण जारी लॉकडाउन के चलते मंदी से चिंतित अधिकारियों ने बुधवार को अगले हफ्ते से घरेलू विमानों के परिचालन की शुरूआत करने का ऐलान किया है । इसके साथ ही मनोरंजन उद्योगों से फिल्मों की सीमित शूटिंग के लिये तैयार रहने को कहा गया है । इस बीच बुधवार को देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के पांच हजार से अधिक नए मामले सामने आये ।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिन लोगों में कोरोना वायरस के मामलों की पुष्टि हुयी है उनके ठीक होने की दर में बढोत्तरी दर्ज की गयी है। यह दर 40 फीसदी के करीब पहुंच गयी है जो 25 मार्च को लॉकडाउन शुरू होने से पहले सात प्रतिशत थी । मंत्रालय ने यह भी कहा है कि अस्पताल की जरूरत सात फीसदी से भी कम मरीजों को है ।

सुबह आठ बजे के बुलेटिन में स्वास्थ्य मंत्रालाय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 140 से अधिक मरीजों के मरने के कारण देश में कोविड—19 से मरने वालों की संख्या बढ कर 3303 हो गयी है।

मंत्रालय ने अपने अपडेट में कहा है कि देश में 5600 से अधिक मामले सामने आये हैं जिससे देश में कोविड—19 संक्रमितों की संख्या बढ कर 1,06,750 हो गयी है ।

स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुये कहा कि देश भर में अभी 61 हजार 149 लोगों का इलाज चल रहा है जबकि 42 हजार 298 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।

उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वायरस महामारी से ठीक होने की दर 39.62 फीसदी है जो लॉकडाउन के शुरूआत में 7.1 प्रतिशत थी ।

कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए देश भर में पहली बार लॉकडाउन 21 दिन के लिये लगाया गया था जो 14 अप्रैल तक था, लेकिन दूसरे चरण में इसे तीन मई तक बढा दिया गया । इसके बाद तीसरे चरण में इसे 17 मई तक बढाया गया। अब इसमें दो हफ्ते के लिये पुन: इजाफा कर दिया गया है जो 31 मई तक के लिये है। इस प्रकार लॉकडाउन जारी है ।

मौजूदा समय में जारी लॉकडाउन के चौथे चरण में आर्थिक गतिविधियों को बढाने के लिये प्रतिबंधों में कुछ छूट दी गयी है ।

इसमें और छूट की घोषणा करते हुये केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि 25 मई से घरेलू विमानों को क्रमिक तरीके से उड़ान भरने की इजाजत दी जायेगी । कोरोना वायरस के कारण इन विमानों का परिचालन करीब दो महीने से बंद है ।

मंत्री ने हालांकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के बारे में कोई बात नहीं बतायी । विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिये उड़ान भर रहे कुछ विशेष विमानों को छोड़ कर अंतरराष्ट्रीय विमानों का परिचालन भी लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही ठप है।

इस महामारी के कारण विमानन सेक्टर सबसे अधिक प्रभावित हुआ है क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से भारत समेत विभिन्न देशों ने विमानों के परिचालन पर रोक लगा रखी है।

इसी प्रकार कई अन्य सेक्टरों में भी स्थिति ऐसी ही है । लॉकडाउन के कारण लाखों में श्रमिक अपने घरों की और लौट चुके हैं अथवा लौट रहे हैं जिससे पूरे देश में उद्योग धंधों में श्रमिकों की भारी कमी हो गयी है जहां लॉकडाउन से पहले वह काम कर रहे थे । लॉकडाउन लागू होने के कारण इन लोगों की नौकरी चली गयी और कई मामलों में तो ये लोग बेघर हो गये हैं ।

कैब कंपनी ओला ने अपने 1400 कर्मचारियों को निकाल दिया है क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू लॉकडाउन के चलते पिछले दो महीनों में उनके राजस्व में 95 फीसदी तक की गिरावट आयी है । कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भवीश अग्रवाल ने इसकी जानकारी दी है ।

रेलवे ने बुधवार को उन 100 जोड़ी यात्री ट्रेन की सूची जारी की जिनका परिचालन एक जून से होगा। इनमें दूरंतो, संपर्क क्रांति, जन शताब्दी और पूर्वा एक्सप्रेस जैसी लोकप्रिय ट्रेनें भी शामिल हैं।

रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों में एसी और गैर एसी, दोनों तरह के कोच होंगी जो पूरी तरह आरक्षित होंगी।

रेलवे ने कहा कि सामान्य श्रेणी के यान भी पूरी तरह से बैठने के लिए आरक्षित होंगे। इन ट्रेनों में कोई भी कोच अनारक्षित नहीं होगा।

इन ट्रेनों का किराया साामन्य होगा। आरक्षित सामान्य कोच के लिए दूसरी श्रेणी की बैठने वाली सीट का किराया लिया जाएगा।

रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों में सभी यात्रियों को सीट उपलब्ध करायी जाएगी तथा इन ट्रेनों का संचालन एक जून से शुरू होगा। इनके लिए आरक्षण 21 मई को सुबह दस बजे से शुरू होगा।

इस बीच, रेटिंग एजेंसी इक्रा ने गंभीर मंदी की चेतावनी दी है और वित्त वर्ष 20-21 के लिये सकल घरेलू उत्पाद के अनुमान को पांच प्रतिशत से भी कम कर दिया है । इसके लिये एजेंसी ने मामूली राजकोषीय समर्थन, राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का विस्तार एवं श्रमिकों की कमी का हवाला दिया है ।

हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि उद्योगों को कोविड—19 के मद्देनजर श्रमिकों के साथ अपने संबंधों को फिर से परिभाषित करने की आवश्यकता है और अकुशल श्रमिकों के काम के लिए एक पेशेवर तरीके पर भी विचार करना चाहिए।

उद्योग निकाय सीआईआई के साथ बातचीत में वित्त मंत्री ने कहा कि श्रमिकों के साथ काम के लिये उद्योगों को ऐसा उदाहरण स्थापित करने की आवश्यकता है जो सबके लिये स्वीकार्य हो ।

कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर लॉकडाउन को बिना किसी योजना के लागू करने का आरोप लगाया है और दावा किया कि इसके पास इससे बाहर निकलने की कोई रणनीति नहीं है ।

मुंबई में मनोरंजन जगत के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उन्हें कोरोना वायरस महामारी के कारण जारी लॉकडाउन के बीच सामाजिक मेल जोल से दूरी के नियमों का पालन करते हुये फिल्मों की शूटिंग एवं पोस्ट प्रोडक्शन की गतिविधि के लिये एक कार्य योजना तैयार करने के लिये कहा है ।

हालाँकि, उन्होंने जल्द ही सिनेमा हॉल या सिनेमाघरों को किसी समय फिर से खोले जाने से इंकार किया ।

ठाकरे ने कहा कि केंद्र सरकार का मानना है कि कोरोना वायरस के मामलों में मई के अंत एवं जून में सबसे अधिक इजाफा होगा। हालांकि, संक्रमण के प्रसार को महाराष्ट्र में काफी हद तक नियंत्रित किया गया है, जहां 37,000 से अधिक संक्रमित मामले हैं और इससे 1,300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

तमिलनाडु दूसरा सबसे अधिक कोविड-19 प्रभावित राज्य है जहां आज कोरोना वायरस संक्रमण के 743 नये मामले सामने आये हैं जिससे प्रदेश में कोविड—19 मरीजों की संख्या 13 ,191 हो गयी है । हालांकि, राज्य में करीब एक हजार लोग ठीक भी हुये हैं । नये मामलों में 83 ऐसे हैं जो महाराष्ट्र से वापस आये हैं ।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 534 मामले सामने आये जिससे यहां संक्रमितों की कुल संख्या 11 हजार से अधिक हो गयी है जबकि यहां 176 लोगों की मौत हो चुकी है।

केरल, उत्तर प्रदेश, बिहार, त्रिपुरा, कर्नाटक, राजस्थान, पंजाब, पश्चिम बंगाल एवं आंध्र प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों में नये मामले सामने आये हैं ।

केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा कि शेष भारत की अपेक्षा पूर्वोत्तर राज्यों ने कोविड—19 महामारी से निपटने में बेहतर काम किया है जबकि सिक्किम एवं नगालैंड में संक्रमण का अबतक एक भी मामला सामने नहीं आया है । अरूणाचल प्रदेश एवं मिजोरम में एक एक मामला है जो अब ठीक हो चुके हैं ।

सिंह ने बताया कि मेघालय में 13 मामले हैं । राज्य में एक मरीज की मौत हुयी है और अन्य सभी इससे उबर चुके हैं । मेघालय भी अब कोरोना वायरस मुक्त राज्य बन चुका है । केंद्रीय मंत्री ने बताया कि असम ने भी कोरोना वायरस पर बेहतर प्रतिक्रिया दी है।

गुजरात एक अन्य राज्य है जो कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित है । प्रदेश में 12 हजार से अधिक मामले हैं और 700 लोगों की मौत हो चुकी है ।

दुनिया भर में कोविड—19 संक्रमण के 49 लाख से अधिक मरीज हैं जिसमें से तीन लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है । इस वायरस की शुरूआत पिछले साल दिसंबर में चीन में हुयी थी ।

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