पेशावर, 21 अक्टूबर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात क्षेत्र की पहाड़ियों को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादियों से पूरी तरह से मुक्त करा दिया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) मोअज्जम जाह अंसारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि स्वात जिले में पुलिस के कामयाब अभियानों ने आतंकवादियों को अपने शिविर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है और सैलानी खूबसूरत वादियों में घूम सकते हैं।
उन्होंने कहा, “ स्वात के लोग पिछले कुछ महीनों से लगातार हो रही घटनाओं से परेशान हैं और उनमें असुरक्षा की स्थिति बनी हुई है, जिसके चलते लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनों में स्वात के लोगों ने शांति और सुरक्षा की मांग की है।”
उन्होंने कहा कि जिले में पूर्ण शांति बहाल कर दी गई है।
भविष्य के खतरों से बचने के लिए प्रतिबंधित संगठन टीटीपी से जुड़े आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकने के लिए विभिन्न प्रवेश और निकास स्थलों पर 18 स्थायी पुलिस जांच चौकियां स्थापित की जा रही हैं।
हाल में एक स्कूल की वैन पर गोलीबारी की गई थी जिसमें चालक की मौत हो गई थी और दो बच्चे जख्मी हो गए थे। इस पर आईजी ने कहा कि यह आतंकवाद का मामला नहीं है, बल्कि निजी दुश्मनी थी और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अंसारी ने कहा कि हथियार और गोलियां और घटना में इस्तेमाल बाइक को भी बरामद कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि घटना में शामिल एक आरोपी दुबई भाग गया है और उसे इंटरपोल की मदद से वापस लाया जा रहा है।
पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि लोगों से रंगदारी मांगने के आरोप में इस साल 63 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रांत के मौजूदा मंत्री आतिफ खान से रंगदारी मांगने के मामले की जांच की जा रही है। उनसे टीटीपी पैड के लेटरहेड पर लिखकर पैसे मांगे गए थे।
टीटीपी प्रवक्ता ने इस बात से इनकार किया है उनके संगठन ने मंत्री को पत्र लिखकर 80 लाख रुपये की मांग की है।
इस्लामाबाद स्थित थिंक टैंक ‘पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ पीस स्टडीज़’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान में तालिबान की अगुवाई वाली सरकार बनने के बाद पाकिस्तान में आतंकवादी हमले 51 फीसदी बढ़ गए हैं।
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