तिरुवनंतपुरम, 10 सितंबर: केरल (Kerala) सरकार ने पांच सितंबर को निपाह वायरस के चलते जान गंवाने वाले 12 वर्षीय लड़के के घर के आसपास तीन किलोमीटर के दायरे में घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया है. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण में निरुद्ध क्षेत्र से लगभग 15,000 घरों को शामिल किया गया था और लगभग 68,000 व्यक्तियों से विवरण मांगा गया.यह भी पढ़े: Kerala: सीएम Pinarayi Vijayan ने कहा- केरल में 30 सितंबर तक 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को लग जाएगा टीका
विजयन ने कहा, ''मृत लड़के के घर से तीन किलोमीटर के दायरे में घर-घर सर्वेक्षण किया गया. सर्वेक्षण लगभग 15,000 घरों में किया गया और इसमें लगभग 68,000 लोग शामिल हुए। निगरानी दल ने इन क्षेत्रों में किसी भी असामान्य बुखार या अप्राकृतिक मौत का विवरण मांगा. ''मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरान हल्के लक्षणों वाले लोगों की कोविड-19 निपाह जांच करने के लिये चार मोबाइल लैब स्थापित किए गए थे.उन्होंने कहा, ''चमगादड़ से एकत्र किए गए नमूने और उनके द्वारा खाए गए फलों के कचरे को भोपाल एनआईवी भेजा जाएगा. ज्वर निगरानी जारी है. ''
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हल्के लक्षण वाले लोग 21 दिनों के लिए कमरे में पृथकवास में रहेंगे और स्वास्थ्य कार्यकर्ता उनकी स्थिति की निगरानी करेंगे. गौरतलब है कि कल स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा था कि पीड़ित के सबसे पहले संपर्क में आए 274 लोगों की पहचान की गई है और उनकी निगरानी की जा रही है.जॉर्ज ने बृहस्पतिवार को कहा था कि निपाह से मरने वाले 12 वर्षीय बच्चे के निकट संपर्क में आए 68 लोगों के वायरस जांच की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
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