देश की खबरें | केरल भूस्खलन: बचाव कर्मियों के लिए ड्रोन से भेजा जा रहा भोजन
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. केरल के वायनाड में भूस्खलन की त्रासदी में जीवित बचे लोगों और मृतकों के शवों की चुनौतीपूर्ण तलाश जारी रहने के बीच प्राधिकारी प्रभावित क्षेत्रों में भोजन पहुंचाने के लिए पारंपरिक संसाधनों की बजाय मानव रहित ड्रोन की मदद ले रहे हैं।
वायनाड (केरल), पांच अगस्त केरल के वायनाड में भूस्खलन की त्रासदी में जीवित बचे लोगों और मृतकों के शवों की चुनौतीपूर्ण तलाश जारी रहने के बीच प्राधिकारी प्रभावित क्षेत्रों में भोजन पहुंचाने के लिए पारंपरिक संसाधनों की बजाय मानव रहित ड्रोन की मदद ले रहे हैं।
जीवित बचे लोगों की तलाश में खतरनाक इलाकों में खोज कर रहे सैकड़ों कर्मियों के लिए भी भोजन के पैकेट पहुंचाने के लिए प्राधिकारियों ने आधुनिक ड्रोन का इस्तेमाल किया है। ये ड्रोन एक बार में 10 लोगों के लिए भोजन के पैकेट ले जा सकते हैं।
सोमवार को यहां जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘बचाव कर्मियों के लिए एक त्वरित भोजन एवं पानी वितरण प्रणाली स्थापित की गई है। भारी उपकरण और मशीनें चलाने वाले कर्मियों को भोजन की सीधी आपूर्ति ड्रोन के जरिये संभव हुई है।’’
इसमें कहा गया है कि बचावकर्मियों के लिए भोजन मेप्पडी पॉलिटेक्निक में संचालित सामुदायिक रसोई में तैयार किया जा रहा है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि खाद्य सुरक्षा विभाग की देखरेख में केरल होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन प्रतिदिन लगभग सात हजार भोजन के पैकेट तैयार कर रहा है, जिन्हें जरूरतमंदों में वितरित किया जाता है।
रविवार शाम तक के सरकारी आंकड़े के अनुसार, 30 जुलाई के भूस्खलन में अब तक कुल 221 शव और 166 मानव अंग बरामद किए गए हैं।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि पूर्व में लापता लोगों की संख्या 206 थी, लेकिन कुछ लोगों से अधिकारियों ने फोन से संपर्क किया जिससे लापता लोगों की संख्या अब 180 हो गई है।
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