बेंगलुरु, 20 जून कर्नाटक में विधानसभा चुनाव दो वर्ष बाद हैं लेकिन चुनाव में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा इस बात को ले बयानबाजी हो रही है और कुछ विधायकों ने तो अपने नेताओं के नामों की चर्चा भी शुरू कर दी है, जिसे देखते हुए कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के प्रमुख डी के शिवकुमार ने कड़े शब्दों वाला एक आदेश जारी किया है।
पार्टी नेताओं का एक धड़ा 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने पर जोर दे रहा है, तो वहीं कुछ नेता शिवकुमार के नाम पर चर्चा कर रहे हैं।
चामराजपेट से विधायक बी जेड जमीर अहमद खान के लगातार सिद्धरमैया को ‘‘अगले मुख्यमंत्री’’ के तौर पर पेश करने संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि पार्टी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी और सभी को ‘‘हद में रहने’’ की हिदायत दी गई है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेताओं के एक धड़े द्वारा सिद्धरमैया के नाम को आगे किया जाना शायद शिवकुमार को रास नहीं आया है क्योंकि वह भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं। शिवकुमार की हिदायत के बावजूद कोप्पल से विधायक राघवेन्द्र हितनाल ने रविवार को कहा कि केवल जमीर अहमद खान ही नहीं बल्कि खुद वह और कई अन्य नेता और ‘‘खासतौर पर राज्य की जनता’’ चाहती है कि सिद्धरमैया मुख्यमंत्री बनें।
हितनाल ने कहा,‘‘ आम लोगों में यह धारणा है कि कोविड के इस वक्त में अगर सिद्धरमैया मुख्यमंत्री होते तो उन्होंने स्थिति को बेहतर तरीके से संभाला होता। वर्तमान सरकार विफल रही है, ऐसे में लोग फेसबुक, ट्विटर पर और मीडिया में अपनी राय दे रहे हैं कि सिद्धरमैया को अगला मुख्यमंत्री होना चाहिए।’’
वहीं, दूसरी ओर कर्नाटक कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पिछले माह एक ट्वीट किया गया था कि अगर शिवकुमार मुख्यमंत्री होते तो कोविड-19 से हालात नियंत्रण में होते। कहा जा रहा है कि इससे सिद्धरमैया खेमे में नाराजगी है।
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