धनबाद, 20 अक्टूबर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की विधायक कल्पना सोरेन ने रविवार को दावा किया कि लोगों को यह अहसास हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी ने उसकी गरिमा को ठेस पहुंचायी है।
उन्होंने भाजपा को सरना धार्मिक कोड की मांग एवं अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को 27 प्रतिशत का आरक्षण देने की मांग का समर्थन करने की चुनौती दी।
कल्पना सोरेन ने धनबाद जिले के टुंडी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड के लोग अब भाजपा के ‘झूठे वादों’ में नहीं फंसेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर भाजपा में हिम्मत है तो उसे सरना धार्मिक कोड, भर्ती नीति जैसे आदिवासी अधिकारों और ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण का समर्थन करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गुमराह करने की भाजपा की कोशिश उसे महंगी पड़ेगी क्योंकि झारखंड के लोग जग गये हैं और उन्हें अहसास हो गया है कि पार्टी ने उनके अधिकार छीन लिये हैं तथा उनकी गरिमा को ठेस पहुंचायी है।’’
कल्पना सोरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आदिवासियों, अन्य पिछड़ा वर्ग और महिलाओं के अधिकारों के लिए अनथक संघर्ष कर रहे हैं।
उन्होंने भाजपा से केंद्र से राज्य की 1.36 लाख करोड़ रुपये की बकाया कोयला रॉयल्टी के बारे में भी सवाल किया।
उन्होंने कहा कि यदि झामुमो सत्ता में लौटी तो वह केंद्र से यह रकम “लेगी’’।
उन्होंने झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा घोषित सामाजिक कल्याण योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन राज्य के पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने महिला सशक्तीकरण के बारे में सोचा।
राज्य में मतदान दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी ।
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