देश की खबरें | आईएसएसएफ विश्व कप : भारतीय निशानेबाजों की निगाहें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारत के शानदार पिस्टल और राइफल निशानेबाजों को कोविड-19 महामारी के कारण एक साल से ज्यादा समय तक कोई टूर्नामेंट खेलने को नहीं मिला जिससे अब वे शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले आईएसएसएफ विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेंगे।
नयी दिल्ली, 18 मार्च भारत के शानदार पिस्टल और राइफल निशानेबाजों को कोविड-19 महामारी के कारण एक साल से ज्यादा समय तक कोई टूर्नामेंट खेलने को नहीं मिला जिससे अब वे शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले आईएसएसएफ विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेंगे।
महामारी के बीच दुनिया में ओलंपिक खेल की इस तरह के स्तर की यह पहली प्रतियोगिता होगी जिसमें कई देश शिरकत कर रहे हैं और भारत इसमें 57 सदस्यीय मजबूत दल उतार रहा है जिसमें से 15 निशानेबाज तोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल कर चुके हैं।
पिस्टल और राइफल निशानेाबाजों के लिये यह अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहली प्रतियोगिता होगी क्योंकि स्कीट और ट्रैप निशानेाजों ने पिछले महीने मिस्र के कैरो में शॉटगन विश्व कप में हिस्सा लिया था।
भारतीय टीम में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले निशानेबाजों की कमी नहीं है, जिसमें से कुछ तो ओलंपिक से पहले इस टूर्नामेंट को खुद की परीक्षा के तौर पर देखेंगे लेकिन अनीश भानवाला के लिये यह काफी अहमियत रखता है। करनाल का यह 18 वर्षीय निशानेबाज अगर यहां अच्छा प्रदर्शन करता है तो इससे उसे ओलंपिक कोटा हासिल करने में मदद मिलेगी और भारत के कोटाधारी निशानेबाजों की संख्या 16 हो जायेगी।
टूर्नामेंट से पहले बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारतीय निशानेबाजों के बारे में बात करते हुए भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने पुरूष 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में भारत की संभावनाओं का जिक्र किया था जिसमें राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदकधारी निशानेबाज अनीश हिस्सा लेता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी को शुभकामनायें देते हैं, विशेषकर अपनी पुरूष रैपिड फायर पिस्टल टीम को जिसके पास देश को 16वां ओलंपिक कोटा दिलाने का मौका होगा। ’’
इस मुहिम में अनीश की मदद कर सकती हैं, उनकी ऊंची विश्व रैंकिंग और उनसे ऊंची रैंकिंग निशानेबाजों का क्वालीफाई करना।
वह इस समय विश्व रैंकिंग में 12वें स्थान पर मौजूद हैं। आईएसएसएफ उस एथलीट को व्यक्तिगत कोटा दे सकता है जिसने 31 मई की समयसीमा तक सबसे ज्यादा रैंकिंग अंक जुटाये हों।
यह टूर्नामेंट उन निशानेबाजों के लिये काफी अहम है जो रैंकिंग आधारित अंक जुटाकर तोक्यो ओलंपिक के लिये कोटा हासिल करने की कोशिश में जुटे हैं।
टूर्नामेंट के पहले दिन दिव्यांश सिंह पंवार, अर्जुन बाबुता और दीपक कुमार पुरूष 10 मीटर एयर राइफल क्वालीफिकेशन में हिस्सा लेंगे। पंकज कुमार और ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर एमक्यूएस (न्यूनतक क्वालीफिकेशन स्कोर) वर्ग में निशाना लगायेंगे।
इसके बाद महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में अत्यंत प्रतिभाशाली इलावेनिल वालारिवान, अंजुम मोदगिल और अपूर्वी चंदेला (तोक्यो ओलंपिक के लिये भारत की पहली दो कोटा हासिल करने वाली निशानेबाज) भाग लेंगी।
श्रीयंका सदांगी और निशा कंवर एमक्यूएस वर्ग में हिस्सा लेंगी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)