देश की खबरें | इसरो के रॉकेट ने धरती के वायुमंडल में फिर से प्रवेश किया

बेंगलुरु, 18 जून भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मंगलवार को कहा कि एलवीएम3 एम3/वनवेब इंडिया-2 अभियान में शामिल यान का ‘क्रायोजेनिक’ ऊपरी हिस्सा पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश कर गया है।

अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि लगभग तीन टन वजनी ‘रॉकेट बॉडी’ 26 मार्च, 2023 को 36 वनवेब उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के बाद 450 किलोमीटर की ऊंचाई पर कक्षा में रह गयी थी।

इसरो ने बताया कि एलवीएम3 की लगातार छठीं सफल उड़ान के तहत इस यान ने ब्रिटेन स्थित मुख्यालय वाले वनवेब से संबंधित 36 उपग्रहों को उनकी वांछित कक्षा में स्थापित किया था।

इसरो ने कहा, ‘‘मानक कार्यवाही के अनुसार अतिरिक्त ईंधन को खर्च कर ऊपरी हिस्से को निष्क्रिय कर दिया गया था ताकि दुर्घटनावश इसके टूटने के संभावित जोखिम को कम किया जा सके।’’

इसरो ने 14 जून को पुनः प्रवेश पर अद्यतन जानकारी देते हुए कहा, ‘‘पुनः प्रवेश 14:35 यूटीसी से 15:05 यूटीसी के बीच की अवधि में होने का अनुमान है।’’

यूटीसी से आशय यूनिवर्सल टाइम कोऑर्डिनेटेड से है। यह समय का एक समन्वित पैमाना है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)