यरूशलम, 25 दिसंबर (एपी) गाजा में 14 महीने से जारी युद्ध को खत्म करने के लिए समझौते के काफी करीब पहुंचे इजराइल और हमास ने बुधवार को एक-दूसरे पर संघर्ष विराम प्रयासों को जटिल बनाने का आरोप लगाया।
दोनों पक्षों के बीच हालिया कुछ महीनों की तुलना में समझौते को लेकर दिलचस्पी बढ़ी है, जिससे गाजा में बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों के वापस अपने घर लौटने का रास्ता साफ होगा। हालांकि दोनों के बीच बातचीत पहले भी अंतिम चरण में पहुंचकर विफल हो चुकी है।
इजराइल और हमास ने समझौते की दिशा में प्रगति होने की आशा व्यक्त की है जबकि वार्ता में शामिल लोगों का कहना है कि फलस्तीनी कैदियों और बंधकों की अदला-बदली और गाजा से इजराइली सैनिकों की वापसी को लेकर गतिरोध बना हुआ है।
बुधवार को, हमास ने इजराइल पर गाजा से वापस जाने, कैदियों और विस्थापित लोगों की वापसी से संबंधित नयी शर्तें पेश करने का आरोप लगाया और कहा कि इससे समझौते में देरी हो रही है।
इजरायल की सरकार पहले ही हमास पर दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति से मुकरने का आरोप लगा चुकी है। फिर भी, दोनों पक्षों ने कहा कि वार्ता जारी है।
इजराइल के वार्ता दल में उसकी खुफिया एजेंसियों और सेना के सदस्य शामिल हैं। टीम एक सप्ताह की "महत्वपूर्ण वार्ता" के बाद, आंतरिक परामर्श के लिए मंगलवार शाम कतर से लौट आई।
सात अक्टूबर 2023 को दक्षिण इजराइल पर हमास और अन्य समूहों के हमलों के बाद 250 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया था। नवंबर 2023 में हुए समझौते के तहत 100 से अधिक बंधकों को रिहा कर दिया गया था जबकि शेष लोग बीते साल से बंधक बने हुए हैं। इजराइल का कहना है कि 100 लोग अब भी गाजा में बंधक हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार हमास के हमलों के जवाब में गाजा में हुए इजराइली हमलों में 45 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जिनमें आधे से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं।
एपी
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