खेल की खबरें | आईपीएल फाइनल : धोनी की यादगार विदाई की राह में ‘रन मशीन’ गिल की चुनौती
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Sports at LatestLY हिन्दी. चेन्नई सुपर किंग्स के करिश्माई कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पांचवां आईपीएल खिताब जीतकर अपनी ‘विदाई’ को यादगार बनाना चाहेंगे लेकिन उनकी राह में गुजरात टाइटंस के शुभमन गिल के रूप में ऐसी ‘रन मशीन’ है जिसके बल्ले पर अंकुश लगाना इस सत्र में गेंदबाजों के लिये टेढी खीर साबित हुआ है ।
अहमदाबाद, 27 मई चेन्नई सुपर किंग्स के करिश्माई कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पांचवां आईपीएल खिताब जीतकर अपनी ‘विदाई’ को यादगार बनाना चाहेंगे लेकिन उनकी राह में गुजरात टाइटंस के शुभमन गिल के रूप में ऐसी ‘रन मशीन’ है जिसके बल्ले पर अंकुश लगाना इस सत्र में गेंदबाजों के लिये टेढी खीर साबित हुआ है ।
आईपीएल फाइनल में ‘मिडास टच’ के लिये मशहूर एक अनुभवी कप्तान का सामना एक ऐसे युवा बल्लेबाज से है जो तकनीक में भी माहिर है लिहाजा दर्शकों को मनोरंजन की पूरी सौगात मिलेगी । एक भारतीय क्रिकेट का सुनहरा इतिहास है तो दूसरा आने वाले उज्ज्वल कल ।
करीब 19 साल पहले जब युवा धोनी भारतीय टीम में पदार्पण की तैयारी कर रहे थे तब चार साल का गिल पाकिस्तान सीमा पर पंजाब के फजिल्का गांव में अपने दादा द्वारा हाथ से बनाये गए बल्ले से अपने बड़े से खेत में खेल रहा था ।
रविवार को नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर जब 132000 दर्शक जल्दी ही 42 वर्ष के होने जा रहे धोनी को शायद आखिरी बार पीली जर्सी में देखेंगे तब भारतीय क्रिकेट का भावी सुपरस्टार गिल अपने हाथ में आईपीएल की ट्रॉफी थामने को बेताब होगा ।
तीन शतक और 851 रन बना चुके गिल के बल्ले पर अंकुश लगाना धोनी की सीएसके के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी ।
दीपक चाहर की स्विंग या रविंद्र जडेजा की विकेट पर गेंदबाजी । मोईन अली की आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद या मथीषा पथिराना की सीधे पैर पर पड़ती गेंद, कोई नहीं जानता कि तकनीक के धनी गिल की एकाग्रता किस गेंद पर भंग होगी ।
धोनी के प्रशंसक उन्हें अगले साल फिर खेलते देखना चाहेंगे लेकिन पूरा आईपीएल उन्होंने बायें घुटने पर पट्टी बांधकर खेला है लिहाजा उनके लिये अगले सत्र में फिर खेलना मुश्किल लग रहा है ।
इसलिये ‘थाला’ (तमिल में बड़ा भाई) के प्रशंसकों के लिये यह धोनी के आखिरी मैच के हर पल को यादों में कैद करने का अवसर है । वह अधिकांश मैचों में आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे हैं लेकिन तुषार देशपांडे जैसे अनुभवहीन गेंदबाज और शिवम दुबे जैसे युवा बल्लेबाज को उन्होंने आत्मविश्वास दिया है । धोनी का करिश्मा कभी खत्म नहीं होगा । उनकी कप्तानी भारतीय क्रिकेट की किवदंतियों का हिस्सा रहेगी ।
दूसरी ओर गुजरात के पास हार्दिक पंड्या के रूप में ऐसा कप्तान है जिसका मानना है कि टीम की कप्तानी का एक ही तरीका है जो धोनी से उन्होंने सीखा है ।
बल्लेबाज मैच जीतते हैं लेकिन गेंदबाज टूर्नामेंट जीतते हैं और यह टाइटंस ने साबित कर दिया है ।
मोहम्मद शमी (28 विकेट), राशिद खान (27 विकेट) और मोहित शर्मा (24 विकेट) ने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया है । वहीं बल्लेबाजी में गिल के अलावा पंड्या ने 325 रन बनाये हैं ।
चेन्नई के लिये डेवोन कोंवे (625 रन), रूतुराज गायकवाड़ (564 रन), अजिंक्य रहाणे 13 मैचों में 299 रन बना चुके हैं जबकि दुबे ने 386 रन बनाये हैं । इस आईपीएल में दुबे 33 छक्के लगा चुके हैं ।गेंदबाजी में श्रीलंका के पथिराना ने 17 और देशपांडे ने 21 विकेट लिये ।
टीमें :
चेन्नई सुपर किंग्स: एमएस धोनी (कप्तान एवं विकेटकीपर), आकाश सिंह, मोइन अली, भगत वर्मा, दीपक चाहर, डेवोन कॉनवे, तुषार देशपांडे, शिवम दुबे, रुतुराज गायकवाड़, राजवर्धन हैंगरगेकर, रवींद्र जडेजा, सिसंडा मगाला, अजय मंडल, मथीशा पथिराना , ड्वेन प्रीटोरियस, अजिंक्य रहाणे, शैक रशीद, अंबाती रायडू, मिचेल सेंटनर, सुभ्रांशु सेनापति, सिमरजीत सिंह, निशांत सिंधु, प्रशांत सोलंकी, महेश तीक्ष्णा।
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