IPL 2023: चेन्नई के सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे ने कहा, उनके बल्लेबाजों का लक्ष्य 200 से अधिक स्ट्राइक रेट से रन बनाना
Devon Conway ( Photo Credit: Twitter)

बेंगलुरू, 18 अप्रैल: चेन्नई सुपर किंग्स के सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे ने विरोधी टीमों को आगाह करते हुए कहा उनके बल्लेबाजों का लक्ष्य 200 से अधिक के स्ट्राइक रेट से रन बनाना है ताकि उनके पास जीत का बेहतर मौका रहे. चार बार के चैंपियन चेन्नई ने सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ चिन्नास्वामी स्टेडियम में अपने इस तरह के रवैये का शानदार नमूना पेश किया तथा छह विकेट पर 226 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. आरसीबी के कप्तान फाफ डुप्लेसी के 62 रन और ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल के 76 रन के बावजूद चेन्नई यह मैच आठ रन से जीतने में सफल रहा. यह भी पढ़ें: SRH vs MI IPL 2023 Preview: मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच आज खेला जाएगा मुकाबला, मैच से पहले जानें स्ट्रीमिंग, हेड टू हेड रिकॉर्ड समेट सभी डिटेल्स

चेन्नई की तरफ से कॉनवे ने 83 रन बनाकर टीम को तेजतर्रार शुरुआत दिलाई जबकि अजिंक्य रहाणे और शिवम दुबे ने भी आक्रामक पारियां खेली. कॉनवे ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ यहां विकेट बल्लेबाजी के लिए वास्तव में बहुत अच्छा था इसलिए हमने 200 से अधिक स्ट्राइक रेट से रन बनाकर बड़ा स्कोर खड़ा करने पर ध्यान दिया.’’

उन्होंने कहा,‘‘ मैं 200 से अधिक के स्ट्राइक रेट से रन नहीं बना पाया लेकिन अन्य बल्लेबाजों जैसे अजिंक्य, दुबे, अंबाती रायडू और मोईन अली ने अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई. इन सभी का स्ट्राइक रेट वास्तव में अच्छा था जिससे हम प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाने में सफल रहे.’’

कॉनवे ने 184.44 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए.

उन्होंने कहा,‘‘ इस तरह के विकेट पर बल्लेबाजी करने का शायद यही तरीका है क्योंकि विकेट बल्लेबाजी के लिए बहुत अच्छा था.’’ कॉनवे ने कहा कि मैदान के ऊपर मंडराते स्पाइडर कैम की छाया के कारण खिलाड़ियों को परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि चीजें उस मोड़ पर नहीं पहुंचनी चाहिए जहां तकनीक खेल में हस्तक्षेप करने लग जाए.

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज ने कहा,‘‘कम से कम दो अवसरों पर ऐसा हुआ जबकि गेंद स्पाइडर कैम और तार के पास गई. मेरा मानना है कि डुप्लेसी दो बार इसलिए आगे निकलकर खेलें क्योंकि स्पाइडर कैम की छाया उन पर पड़ रही थी. निश्चित तौर पर यह भी खिलाड़ियों के लिए एक चुनौती है.’’

उन्होंने कहा,‘‘ तकनीक का होना खेल के लिए अच्छा है लेकिन एक बिंदु ऐसा आता है जहां इसका बहुत अधिक इस्तेमाल और हस्तक्षेप सही नहीं माना जा सकता है। महेंद्र सिंह धोनी शायद इस बारे में अंपायरों से बात करने की कोशिश कर रहे थे.’’

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