जरुरी जानकारी | आईओबी का शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 28 प्रतिशत बढ़कर 500 करोड़ रुपये

नयी दिल्ली, दो अगस्त सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में 28 प्रतिशत बढ़कर 500 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। डूबे कर्ज में कमी से बैंक का मुनाफा बढ़ा है।

चेन्नई स्थित बैंक का शुद्ध लाभ पिछले साल की समान अवधि में 392 करोड़ रुपये था।

आईओबी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि पहली तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 6,227 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 5,028 करोड़ रुपये थी।

समीक्षाधीन अवधि में बैंक की ब्याज आय भी बढ़कर 5,424 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 4,435 करोड़ रुपये थी।

बैंक की परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। पहली तिमाही के अंत में सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर कुल अग्रिम का 7.13 प्रतिशत रह गईं। यह एक साल पहले समान अवधि में 9.12 प्रतिशत पर थीं।

इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए भी घटकर 1.44 प्रतिशत पर आ गया, जो साल भर पहले समान अवधि में 2.43 प्रतिशत था।

बैंक का फंसे कर्ज के लिए वित्तीय प्रावधान बढ़कर 809 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि साल भर पहले यह समान अवधि में 133 करोड़ रुपये था।

समीक्षाधीन अवधि में बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात सुधरकर 16.56 प्रतिशत पर पहुंच गया। पिछले साल की समान तिमाही में यह 14.79 प्रतिशत के स्तर पर था।

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