जरुरी जानकारी | औद्योगिक उत्पादन दो महीने बाद वृद्धि के रास्ते पर, मार्च में 22.4 प्रतिशत बढ़ा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. देश का औद्योगिक उत्पादन दो महीने के अंतराल के बाद सकारात्मक दायरे में आया और इस साल मार्च में इसमें रिकार्ड 22.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। मुख्य रूप से पिछले साल मार्च में इसके कमजोर होने तथा इस साल विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा रहने से वृद्धि दर अच्छी रही।
नयी दिल्ली, 12 मई देश का औद्योगिक उत्पादन दो महीने के अंतराल के बाद सकारात्मक दायरे में आया और इस साल मार्च में इसमें रिकार्ड 22.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। मुख्य रूप से पिछले साल मार्च में इसके कमजोर होने तथा इस साल विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा रहने से वृद्धि दर अच्छी रही।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के बुधवार को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) आंकड़े के अनुसार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 77.63 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र में मार्च 2021 में 25.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी।
पिछले पूरे वित्त वर्ष 2020-21 की यदि बात की जाये तो आईआईपी में पूरे साल में 8.6 प्रतिशत की गिरावट आयी जबकि इससे पहले 2019-20 में इसमें 0.8 प्रतिशत का संकुचन हुआ था।
बहरहाल, मार्च 2021 में खनन क्षेत्र का उत्पादन 6.1 प्रतिशत जबकि बिजली उत्पादन में 22.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
कोविड-19 महामारी के कारण आईआईपी में पिछले साल मार्च में 18.7 प्रतिशत की गिरावट आयी थी और अगस्त 2020 तक यह नकारात्मक दायरे में रहा था।
आर्थिक गतिविधियां शुरू होने के साथ सितंबर में औद्योगिक उत्पादन में एक प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि अक्टूबर में इसमें 4.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी।
आंकड़े के अनुसार नवंबर 2020 में औद्योगिक उत्पादन में 1.6 प्रतिशत की कमी आयी जबकि दिसंबर 2020 में यह वृद्धि के रास्ते पर आया और इसमें 2.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
आईआईपी में इस साल जनवरी में 0.9 प्रतिशत जबकि फरवरी में 3.4 प्रतिशत का संकुचन हुआ।
सरकार ने कोविड-19 महामारी पर अंकुश लगाने के लिये पिछले साल मार्च के आखिरी सप्ताह से देशव्यापी‘लॉकडाउन’ लगाये जाने की घोषणा की थी।
पिछले साल मार्च में विनिर्माण क्षेत्र में 22.8 प्रतिशत का संकुचन हुआ था जबकि खनन और बिजली उत्पादन में क्रमश: 1.3 प्रतिशत और 8.2 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।
निवेश का आईना माने जाने वाले पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन मार्च 2021 में 41.9 प्रतिशत बढ़ा जबकि एक साल पहले इसी माह में इसमें 38.3 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।
टिकाऊ उपभोक्ता विनिर्माण में अलोच्य महीने में 54.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी जबकि मार्च 2020 में इसमें 36.8 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।
गैर-उपभोक्ता टिकाऊ विनिर्माण में इस साल मार्च में 27.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि पिछले साल इसी माह में इसमें 22.3 प्रतिशत की गिरावट हुई थी।
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