पाकिस्तान में इंजीनियरिंग कालेजों में दाखिले से पहले भारतीय छात्र एनओसी लें: एआईसीटीई

तकनीकी शिक्षा नियामक एआईसीटीई ने कहा है कि आंकाक्षी छात्रों को परिषद की ओर से निर्धारित प्रारूप में मंजूरी के लिए आवेदन करना चाहिए.एआईसीटीई ने अपने नोटिस कहा है कि, ‘‘ कोई भारतीय नागरिक/प्रवासी भारतीय नागरिक जो पाकिस्तान में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों में दाखिला लेना चाहते हैं, उन्हें एआईसीटीई से अनापत्ति प्रमाणपत्र हासिल करना जरूरी होगा. ’’

एआईसीटीई(Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली, 29 अक्टूबर: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने कहा है कि भारतीय नागरिकों और प्रवासी भारतीय नगरिकों (OCI) को पाकिस्तान में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी कोर्स में दाखिला लेने से पहले अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) प्राप्त करना जरूरी होगा. यह भी पढ़े: Pakistan: टीएलपी के साथ झड़प के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पाकिस्तान रेंजर्स को बुलाया गया

तकनीकी शिक्षा नियामक एआईसीटीई ने कहा है कि आंकाक्षी छात्रों को परिषद की ओर से निर्धारित प्रारूप में मंजूरी के लिए आवेदन करना चाहिए. एआईसीटीई ने अपने नोटिस कहा है कि, ‘‘ कोई भारतीय नागरिक/प्रवासी भारतीय नागरिक जो पाकिस्तान में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों में दाखिला लेना चाहते हैं, उन्हें एआईसीटीई से अनापत्ति प्रमाणपत्र हासिल करना जरूरी होगा. ’’

इसमें कहा गया है कि ऐसे छात्रों को एआईसीटीई की वेबसाइट पर उपलब्ध निर्धारित प्रारूप में मंजूरी के लिये आवेदन करना चाहिए. परिषद ने छात्रों से विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन करने से पहले डिग्री की वैधता सुनिश्चित करने के प्रति सचेत भी किया है. एआईसीटीई की यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब ऐसे कई मामले संज्ञान में आए हैं जहां कई दूसरे देशों में प्राप्त डिग्रियां मान्यता प्राप्त नहीं पायी गई और भारत में अवसरों को लेकर छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ा.

परिषद ने कहा, ‘‘ ऐसे मामले संज्ञान में आए हैं जहां छात्र विदेशों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर तकनीकी पाठ्यक्रमों में शिक्षा प्राप्त करने गए और वे मान्यता प्राप्त नहीं थे. ऐसे में छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. ’’इसमें कहा गया है कि ऐसी कुछ विदेशी डिग्रियों की वैधता और समरूपता भारतीय संस्थानों से पास छात्रों को मिली डिग्री के समतुल्य नहीं पायी गई. विदेशी विश्वविद्यालयों से ऐसी डिग्रियां प्राप्त करने वाले छात्रों को भारत में रोजगार को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ा. एआईसीटीई ने कहा कि ऐसे में अभिभावकों को वित्तीय भार की स्थिति से बचाने के लिये आग्रह किया जाता है कि छात्र विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन करने से पहले डिग्री की वैधता सुनिश्चित कर लें.

दीपक

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