
नयी दिल्ली, नौ फरवरी सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) का वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही का मुनाफा 22 प्रतिशत बढ़कर 555 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने बृहस्पतिवार को कहा कि ब्याज आय बढ़ने और परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार से उसका मुनाफा बढ़ा है।
चेन्नई के इस बैंक ने पिछले वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 454 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
आईओबी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि आय आलोच्य तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 6,006 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले समान तिमाही में यह 5,317 करोड़ रुपये रही थी।
इस दौरान बैंक की ब्याज आय 4,198 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,056 करोड़ रुपये हो गई।
संपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर, बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) 31 दिसंबर, 2022 तक घटकर 8.19 प्रतिशत रह गईं। एक साल पहले इसी अवधि में यह 10.4 प्रतिशत के स्तर पर थीं।
वहीं बीती दिसबंर तिमाही के दौरान बैंक का शुद्ध एनपीए भी 2.63 प्रतिशत से घटकर 2.43 प्रतिशत रह गया।
इससे बैंक का डूबे कर्ज के लिए प्रावधान 937 करोड़ रुपये से घटकर 711 करोड़ रुपये रह गया।
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