नयी दिल्ली, 14 जून सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) का बीते वित्त वर्ष की मार्च में समाप्त चौथी तिमाही का शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 349.77 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 143.79 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 6,073.80 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 5,484.06 करोड़ रुपये रही थी।
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक का डूबे कर्ज के लिए प्रावधान और अन्य आकस्मिक खर्च बढ़कर 1,380.46 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,060.38 करोड़ रुपये था।
पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में बैंक का शुद्ध लाभ 831.47 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में बैंक को 8,527.40 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।
वित्त वर्ष के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 22,524.55 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 20,712.48 करोड़ रुपये रही थी।
आईओबी की संपत्ति की गुणवत्ता में इस दौरान सुधार हुआ। 31 मार्च, 2021 को बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर 11.69 प्रतिशत रह गईं, जो एक साल पहले 14.78 प्रतिशत पर थीं। इस दौरान बैंक का शुद्ध एनपीए भी 5.44 प्रतिशत से घटकर 3.58 प्रतिशत रह गया।
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