भारतीय मूल के मंत्री ने ब्रिटेन में लाखों पाउंड के टीका केंद्र की योजना की घोषणा की
ब्रिटेन के व्यापार, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति मंत्री ने कहा कि निर्माण पूरा होने के बाद इस नए टीका उत्पादन एवं नवोन्मेष केंद्र (वीएमआईसी) में छह महीने के अंदर पूरी ब्रिटिश आबादी के लिये पर्याप्त टीकों के उत्पादन की क्षमता होगी।
लंदन, 17 मई ब्रिटेन में भारतीय मूल के मंत्री आलोक शर्मा ने एक नए टीका उत्पादन केंद्र के निर्माण में तेजी के लिये नौ करोड़ 30 लाख पाउंड के निवेश की रविवार को घोषणा की। यह कदम कोरोना वायरस महामारी से लड़ने की व्यापक योजना का हिस्सा है।
ब्रिटेन के व्यापार, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति मंत्री ने कहा कि निर्माण पूरा होने के बाद इस नए टीका उत्पादन एवं नवोन्मेष केंद्र (वीएमआईसी) में छह महीने के अंदर पूरी ब्रिटिश आबादी के लिये पर्याप्त टीकों के उत्पादन की क्षमता होगी।
उन्होंने कहा कि इस रकम का निवेश यह सुनिश्चित करेगा कि यह केंद्र तय समय से करीब 12 महीने पहले अगले वर्ष की पहली छमाही में खुल जाए। इसके अलावा तीन करोड़ 80 लाख पाउंड का सरकारी निवेश एक त्वरित तैनाती केंद्र की स्थापना के लिए किया जाएगा, जो आने वाले महीनों में तैयार होगी।
शर्मा ने कहा, “टीके की खोज के लिए अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ में सबसे बड़े योगदानकर्ता के रूप में ब्रिटेन वैश्विक कार्रवाई का नेतृत्व कर रहा है। एक बार जब सफलता मिल जाएगी तो हमें लाखों की संख्या में इन टीकों के उत्पादन के लिये तैयार रहना होगा।”
उन्होंने कहा कि नया वीएमआईसी और अस्थायी केंद्र टीके के लिये शुरू से अंत तक पूरी प्रक्रिया को तैयार करेगा और ब्रिटेन के टीका कार्यक्रम को खोज से वितरण तक एक साथ लाएगा।
निर्माणाधीन नए केंद्र के बारे में कहा जाता है कि वह टीका विकसित करने और व्यापक स्तर पर उसके उत्पादन की क्षमता को बढ़ाने के ब्रिटेन के कोरोना वायरस कार्यक्रम का अहम हिस्सा है।
यह केंद्र ऑक्सफोर्डशायर में हार्वेल साइंड एंड इनोवेशन कैंपस में स्थित होगा।
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