भारतवंशी दंपति ने पीपीई किट पर ब्रिटेन सरकार के निर्देश को अदालत में चुनौती देने का फैसला किया

डॉ. निशांत जोशी और उनकी पत्नी डॉ मीनल विज ने पिछले महीने कानूनी प्रक्रिया शुरू करते हुए ब्रिटेन के स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल विभाग तथा लोक स्वास्थ्य इंग्लैंड से जवाब मांगा था ।

लंदन, 22 मई ब्रिटेन में कोरोना वायरस महामारी के दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के लिए पीपीई किट के इस्तेमाल संबंधी सरकार के निर्देश को भारतवंशी डॉक्टर दंपति ने अदालत में चुनौती देने का फैसला किया है ।

डॉ. निशांत जोशी और उनकी पत्नी डॉ मीनल विज ने पिछले महीने कानूनी प्रक्रिया शुरू करते हुए ब्रिटेन के स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल विभाग तथा लोक स्वास्थ्य इंग्लैंड से जवाब मांगा था ।

सरकार की तरफ से उचित जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने बृहस्पतिवार को लंदन में उच्च न्यायालय में मामला ले जाने का फैसला किया ।

दंपति ने कहा, ‘‘एक महीने पहले हमने कुछ सामान्य से सवाल पूछे थे और (ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री) मैट हैंकॉक से सही-सही जवाब देने की उम्मीद की थी। उस वक्त तक 100 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों और कार्यकर्ताओं की मौत हो चुकी थी । ’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सामने शोक संतप्त परिवारों के सवाल आए । कई लोगों ने पीपीई किट के बारे में और व्यवस्थागत नाकामी के बारे में पूछा। वे सदमे में हैं और जवाब के हकदार हैं । ’’

उन निर्देशों को चुनौती दी गयी है जिसके तहत स्वास्थ्यकर्मियों और देखभाल के कार्य में जुटे कर्मियों को पीपीई किट का इस्तेमाल कम करने और कुछ पीपीई किट का फिर से इस्तेमाल करने को कहा गया है ।

दंपति ने दलील दी है कि यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के निर्देशों के खिलाफ है और इससे स्वास्थ्यकर्मियों की जान खतरे में है । इससे काम पर जान की सुरक्षा और उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है ।

दंपति की कानूनी टीम ने कहा कि सरकार ने शुरूआती कानूनी

पत्र का जवाब देने में दो हफ्ते से ज्यादा का समय लगा दिया और सारी चिंताओं का भी निवारण नहीं किया ।

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