जरुरी जानकारी | भारत, आसियान के बीच हवाई संपर्क पर और ध्यान देने की जरूरत: सोनोवाल
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नयी दिल्ली, 14 सितंबर केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को कहा कि भारत और आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन) के बीच क्षेत्र के अनछुए इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हवाई संपर्क पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री ने द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के लिये आसियान देशों के साथ क्षेत्रीय संपर्क परियोजना में तेजी लाने की जरूरत बतायी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें भारत और आसियान के बीच क्षेत्र के अनछुए इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हवाई संपर्क पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।’’
मंत्री ने भविष्य की भारत-आसियान संपर्क भागीदारी विषय पर उद्योग मंडल फिक्की के सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
सोनोवाल ने कहा, ‘‘इसके अलावा हम समझौते की जल्द समीक्षा करने पर भी विचार कर रहे हैं जिससे दोनों पक्षों के बीच वास्तविक व्यापार क्षमता हासिल करने में मदद मिलेगी।’’
समीक्षा में सीमा शुल्क प्रक्रिया तथा व्यापार को और उदार बनाने जैसे मुद्दों को शामिल किये जाने की उम्मीद है।
मंत्री ने कहा कि 10 आसियान देशों में से केवल पांच देशों - मलेशिया, म्यांमा, सिंगापुर, वियतनाम और थाईलैंड - के साथ भारत की सीधी उड़ान सेवाएं है। जबकि कंबोडिया, इंडोनेशिया और फिलीपीन सहित अन्य पांच देशों के साथ कोई सीधी उड़ान नहीं है।
उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया और फिलीपीन दो प्रमुख देश हैं जिनके साथ भारत का पर्याप्त व्यापार और पर्यटन हित है।
सोनोवाल ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि स्थिति में रूपांतरण केवल चीजों में बदलाव के माध्यम से संभव है और अगर इसे हासिल करना है तो संपर्क और संचार जरूरी है।’’
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