विदेश की खबरें | भारत और आसियान देशों ने आतकंवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को यहां 19वें आसियान-भारत सम्मेलन को संबोधित किया, जिसके बाद भारत और आसियान देशों ने आतंकवाद के खिलाफ व्यापक रणनीतिक भागीदारी कायम करने और सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया।
नोम पेन्ह, 12 नवंबर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को यहां 19वें आसियान-भारत सम्मेलन को संबोधित किया, जिसके बाद भारत और आसियान देशों ने आतंकवाद के खिलाफ व्यापक रणनीतिक भागीदारी कायम करने और सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया।
धनखड़ कंबोडिया की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। इस वर्ष आसियान-भारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ है और इसे आसियान-भारत मैत्री वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।
दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संघ (आसियान) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसमें दक्षिण पूर्वी एशियाई के 10 देश ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमा, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम सदस्य हैं।
भारत-आसियान ने दोनों पक्षों के बीच संवाद मंच स्थापित करके साइबर सुरक्षा पर सहयोग मजबूत बनाने पर जोर दिया।
एक संयुक्त बयान में, उन्होंने दक्षिण पूर्वी एशिया और भारत के बीच गहरे सभ्यतागत संबंध, समुद्री संपर्क और सांस्कृतिक संबंधों की सराहना की, जो पिछले 30 वर्षों में मजबूत हुए हैं और आसियान-भारत संबंधों के लिए एक ठोस आधार बन गए हैं।
सम्मेलन को संबोधित करने से पहले उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के साथ मानव संसाधन, बारूदी सुरंगों को हटाने और विकास परियोजनाओं जैसे क्षेत्रों समेत द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा बनाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की।
भारत और आसियान देशों ने संयुक्त बयान में डिजिटल परिवर्तन, डिजिटल व्यापार, डिजिटल कौशल एवं नवाचार में विभिन्न क्षेत्रीय कौशन निर्माण गतिविधियों के माध्यम से डिजिटल अर्थव्यवस्था में सहयोग बढ़ाने की घोषणा की।
बयान में कहा गया है, “हम आसियान स्मार्ट सिटीज नेटवर्क (एएससीएन) और भारत के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सहयोग बढ़ाने के विकल्प तलाशेंगे, इसके लिए आपस में श्रेष्ठ पद्धतियों एवं क्षमता निर्माण में परस्पर सहयोग करेंगे ताकि ऐसे शहरों के निर्माण में मदद मिले जो तकनीकी दृष्टि से उन्नत हो।
धनखड़ 13 नवंबर को, 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जिसमें दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) के सदस्य देश और इसके आठ संवाद सहयोगी भारत, चीन, जापान, कोरिया गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हैं।
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में, नेता पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन तंत्र को और मजबूत करने के तरीकों के साथ-साथ समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद और निरस्त्रीकरण सहित क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मामलों पर चर्चा करेंगे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)