देश की खबरें | बाढ़ प्रभावित लखीमपुर खीरी में बहन का शव कंधे पर उठाकर घर पहुंचे दो भाई
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में शव को ले जाने के लिए वाहन नहीं मिलने के बाद दो भाइयों को अपनी 17 वर्षीय बहन का शव कंधे पर उठाकर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
लखीमपुर खीरी (उप्र), 12 जुलाई उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में शव को ले जाने के लिए वाहन नहीं मिलने के बाद दो भाइयों को अपनी 17 वर्षीय बहन का शव कंधे पर उठाकर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दोनों भाइयों को रेल पटरी के किनारे-किनारे चलते हुए देखा जा सकता है। रेल पटरी के दोनों ओर बाढ़ का पानी भरा पड़ा था और एक भाई ने कंधे पर शव उठाया हुआ था।
दोनों भाई भीरा के निकट किशनपुर अभयारण्य क्षेत्र में कांप गांव की ओर जाते हुए दिखाई रहे हैं।
एक भाई शव लेकर पटरियों पर चल रहा था तो दूसरे भाई मनोज ने कुछ संवाददाताओं को बताया कि वे अटरिया रेलवे क्रॉसिंग तक घोड़ागाड़ी से आये थे। उसके बाद उन्होंने जलमग्न सड़क को पार किया और पैदल ही घर के लिए निकल पड़े। उन्होंने कहा कि वे न तो अपनी बीमार बहन को बेहतर चिकित्सा प्रदान कर सके और न ही शव को गांव ले जाने के लिए कोई वाहन की व्यवस्था कर सके।
शिवानी (17) एक सप्ताह से टाइफाइड से पीड़ित थी और पलिया शहर में अपनी पढ़ाई कर रही थी।
मनोज ने बताया कि उनकी बहन को पलिया के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उसकी हालत बिगड़ गई और उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखना पड़ा।
उन्होंने बताया कि बुधवार को वे (दोनों भाई) उसे बेहतर इलाज के लिए लखीमपुर ले जाना चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं हो सका क्योंकि शारदा नदी के बढ़े जलस्तर ने शहर को जलमग्न कर दिया, जिस कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई।
मनोज ने बताया कि एक दिन बाद शिवानी की मौत हो गई।
पलिया के उपजिलाधिकारी कार्तिकेय सिंह ने घटना पर दुख व्यक्त किया और बताया कि अगर मामला समय पर उनके संज्ञान में लाया जाता तो वह परिवार की मदद करने का कोई रास्ता निकाल सकते थे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)