जरुरी जानकारी | नीचे दाम पर बिकवाली कम होने से तेल-तिलहन कीमतों में सुधार
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. किसानों द्वारा नीचे दाम पर बिकवाली घटाने के कारण मंडियों में आवक कम रहने से शनिवार को देश के तेल-तिलहन बाजार में लगभग सभी खाद्य तेल-तिलहन के दाम मजबूत बंद हुए। इसके कारण सरसों, मूंगफली और सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल सुधार दर्शाते बंद हुए।
नयी दिल्ली, 24 अगस्त किसानों द्वारा नीचे दाम पर बिकवाली घटाने के कारण मंडियों में आवक कम रहने से शनिवार को देश के तेल-तिलहन बाजार में लगभग सभी खाद्य तेल-तिलहन के दाम मजबूत बंद हुए। इसके कारण सरसों, मूंगफली और सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल सुधार दर्शाते बंद हुए।
कल रात शिकॉगो एक्सचेंज मजबूत रहने से तेल तिलहन कीमतों पर अनुकूल असर हुआ।
सूत्रों ने कहा कि पहले वायदा कारोबार में दाम तोड़कर किसानों के फसलों की लूट की जाती थी। अब दाम तोड़ने के लिए अफवाहें फैलायी जाती हैं कि नयी फसल आने पर दाम और टूटेंगे आदि-आदि। लेकिन किसान अब समझने लगे हैं और पहले से सोयाबीन के दाम काफी कम हैं और अब वे और नीचे दाम पर बेचने से बचने के लिए फसल रोक रहे हैं। नये खरीफ सोयाबीन फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाकर 4,892 रुपये क्विन्टल किया गया है। कीमत बढ़ने की उम्मीद में वे पहले की बची फसलों को भी बेचने से बच रहे हैं। इससे सोयाबीन तेल तिलहन के दाम में सुधार है।
इस बीच हरियाणा सरकार ने किसानों से कपास नरमा एमएसपी से कम दाम पर बेचने से मना किया है। वैसे कपास के दाम एमएसपी से अधिक चल रहे हैं लेकिन सरकार ने कहा है कि अगर दाम एमएसपी से नीचे गया तो किसानों की सारी फसल एमएसपी पर प्रदेश सरकार खरीदेगी। ऐसी व्यवस्था अन्य राज्यों में भी होने की उम्मीद है। जिसकी वजह से बिनौल तेल कीमतों में भी सुधार आया।
त्योहारी मांग निकलने से सरसों, मूंगफली और सोयाबीन तेल तिलहन कीमतों में भी सुधार रहा। विशेषकर कच्ची घानी वाली बड़ी तेल मिलों की सरसों की अच्छी मांग है और उन्होंने सरसों के दाम आज भी कुछ बढ़ाया है। दूसरी ओर खाद्यतेलों की पाइपलाईन खाली है और सभी खाद्यतेलों की त्योहारी मांग बढ़ी है। जो खाद्यतेल-तिलहनों में सुधार का मुख्य कारण है।
तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:
सरसों तिलहन - 6,125-6,165 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली - 6,475-6,750 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 15,425 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली रिफाइंड तेल 2,310-2,610 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 12,000 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 1,930-2,030 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 1,930-2,055 रुपये प्रति टिन।
तिल तेल मिल डिलिवरी - 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,450 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 10,050 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 8,700 रुपये प्रति क्विंटल।
सीपीओ एक्स-कांडला- 9,100 रुपये प्रति क्विंटल।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 9,750 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,325 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन एक्स- कांडला- 9,425 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।
सोयाबीन दाना - 4,500-4,530 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन लूज- 4,310-4,435 रुपये प्रति क्विंटल।
मक्का खल (सरिस्का)- 4,175 रुपये प्रति क्विंटल।
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