मेरे बैंक में दिक्कतें आने के कारण मुझे अजित पवार के साथ जाना पड़ा: राकांपा विधायक
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) विधायक राजेंद्र शिंगणे ने दावा किया है कि जिस सहकारी बैंक से वह जुड़े थे उसमें आई परेशानियों के कारण उन्हें पिछले साल पार्टी में विभाजन के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार का साथ देना पड़ा.
नागपुर, 18 अगस्त : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) विधायक राजेंद्र शिंगणे ने दावा किया है कि जिस सहकारी बैंक से वह जुड़े थे उसमें आई परेशानियों के कारण उन्हें पिछले साल पार्टी में विभाजन के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार का साथ देना पड़ा. पिछले साल अजित पवार और कई अन्य विधायक राज्य में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए, जिसके कारण शरद पवार द्वारा स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में विभाजन हो गया.
शिंगणे ने शनिवार को वर्धा में एक कार्यक्रम में राकांपा (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार के साथ मंच साझा किया. कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए बुलढाणा जिले के ‘सिंदखेड राजा’ से विधायक शिंगणे ने कहा कि उन्होंने हमेशा शरद पवार का सम्मान किया है. शिंगणे ने कहा कि लगभग 30 वर्षों तक उन्होंने शरद पवार के नेतृत्व में काम किया जिनका उनके राजनीतिक जीवन में बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने कहा कि वह सदैव शरद पवार के ऋणी रहेंगे. यह भी पढ़ें : मंत्रालयों में ‘लेटरल एंट्री’ को लेकर राहुल गांधी ने केंद्र पर बोला हमला, बताया संविधान के खिलाफ
शिंगणे ने कहा, ‘‘हाल ही में मेरे जिला सहकारी बैंक (बुलढाणा में) के सामने आई परेशानियों और लाचारी के कारण मुझे अजित दादा के साथ उनके (सत्ता पक्ष) पास जाना पड़ा. आज जिला सहकारी बैंक को सरकार से 300 करोड़ रुपये मिले हैं. लेकिन निश्चित रूप से पवार साहब हमेशा मेरे लिए आदरणीय रहेंगे.’’