धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश), 13 जनवरी हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सुधीर शर्मा ने बुधवार को आरोप लगाया कि राज्य की लगभग प्रत्येक पंचायत की मतदाता सूची से सैकड़ों मतदाताओं के नाम गायब हैं।
उन्होंने दावा किया कि मतदाता सूची से उनका नाम भी गायब है और जिन मतदाताओं के नाम सूची में नहीं हैं उनमें से ज्यादातर ऐसे हैं जो कांग्रेस की विचारधारा से सहमत हैं।
राज्य में 17, 19 और 21 जनवरी को तीन चरणों में होने वाले पंचायती राज चुनाव से पहले शर्मा ने यह आरोप लगाया है।
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से आरोपों को लेकर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
भारत निर्वाचन आयोग और राज्य निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची में बहुत फर्क है। यहां जारी एक बयान में शर्मा ने आरोप लगाया कि राज्य निर्वाचन आयोग की सूची से प्रत्येक पंचायत से सैकड़ों की संख्या में मतदाताओं के नाम गायब हैं।
उन्होंने दावा किया कि पिछले पंचायत और विधानसभा चुनाव में वोट डालने वाले और मतदाता पहचानपत्र धारकों के नाम भी मतदाता सूची में नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि मेरा नाम भी गायब है। जब किसी पूर्व मंत्री के साथ ऐसी लापावाही या साजिश हो सकती है तो, आप आम जनता की तकलीफ समझ सकते हैं।’’
शर्मा ने दावा किया कि ‘‘सोची समझी साजिश’ के तहत मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह उच्च न्यायालय जाएंगे।
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