श्रीलंका में दवा की किल्लत से अस्पताल ने आपरेशन टाले, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की मदद की पेशकश
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायुक्त से उस अस्पताल की मदद करने को कहा है जहां चिकित्सा सुविधाओं की कमी के कारण आपरेशन स्थगित कर दिए गए हैं. यह द्वीपीय देश अभूतपूर्व वित्तीय संकट का सामना कर रहा है.
कोलंबो, 29 मार्च : भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायुक्त से उस अस्पताल की मदद करने को कहा है जहां चिकित्सा सुविधाओं की कमी के कारण आपरेशन स्थगित कर दिए गए हैं. यह द्वीपीय देश अभूतपूर्व वित्तीय संकट का सामना कर रहा है. कैंडी जिले के पेराडेनिया अस्पताल के निदेशक ने सोमवार को दवाओं की कमी के कारण नियमित तौर पर किये जाने वाले सभी तरह के ऑपरेशन को टालने का ऐलान कर दिया. इसके मद्देनजर जयशंकर ने भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले को इस बात पर चर्चा करने के लिए कहा कि भारत संकट से जूझ रहे इस देश की किस तरह मदद कर सकता है.
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘इस खबर से परेशान हूं. मैंने उच्चायुक्त से संपर्क करने और इस बात पर चर्चा करने के लिए कहा कि भारत कैसे मदद कर सकता है.’’ सोमवार को जारी परिपत्र में कहा गया कि अस्पताल में कई तरह की दवाओं, एनेस्थीसिया और ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाली अन्य चीजों की कमी है. परिपत्र के मताबिक सभी तरह की नियमित शल्य चिकित्सा को स्थगित करने का फैसला किया गया जिनमें सोमवार को अस्पताल में पहले से भर्ती मरीजों के ऑपरेशन भी शामिल हैं. यह भी पढ़ें : बिम्स्टेक सदस्य देशों को आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद का मिलकर मुकाबला करना चाहिए: जयशंकर
श्रीलंका का मौजूदा विदेशी मुद्रा भंडार और भुगतान संतुलन संकट की स्थिति विकट है जिससे अत्यावश्यक चीजों की भी अनुपलब्धता देखने को मिल रही है. ईंधन के लिए लंबी-लंबी कतारें, भीषण बिजली कटौती और कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. जनता गोटबाया राजपक्षे सरकार पर आर्थिक संकट से निपटने में अक्षम होने का आरोप लगा रही है. श्रीलंका की सरकार ने आईएमएफ से आर्थिक राहत पैकज की गुहार लगाने से पहले भारत से मदद की अपील की है.