Gandhinagar Municipal Corporation Election Results: गुजरात नगर निकाय चुनाव में बीजेपी सबसे आगे, मतगणना जारी

गुजरात में गांधीनगर नगर निगम (जीएमसी) और तीन अन्य नगर पालिकाओं के चुनाव की मतगणना के शुरुआती घंटों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को बढ़त मिली है.

बीजेपी (Photo Credits: PTI)

अहमदाबाद, 5 अक्टूबर : गुजरात में गांधीनगर नगर निगम (जीएमसी) और तीन अन्य नगर पालिकाओं के चुनाव की मतगणना के शुरुआती घंटों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को बढ़त मिली है. चुनाव अधिकारियों ने बताया कि गांधीनगर नगर निगम में सत्तारूढ़ भाजपा ने अब तक 11 वार्डों की कुल 44 सीटों में से 16 पर जीत हासिल की है. उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की है जबकि आम आदमी पार्टी (आप) का अबतक खाता नहीं खुला है. उन्होंने कहा कि मतगणना सुबह नौ बजे शुरू हुई थी और शुरुआती दो घंटों में भाजपा ने जीएमसी की 16 सीटें, ओखा में 36 में से 28 सीटें और भानवड की 24 में से तीन सीटें और थारा नगरपालिका की 24 में से 20 सीटें जीत ली हैं.

ओखा और भानवड नगरपालिकाएं देवभूमि-द्वारका जिले में हैं जबकि थारा बनासकांठा जिले में है. जीएमसी और तीन अन्य नगरपालिकाओं के लिए मतदान रविवार को हुआ था. इसके अलावा, विभिन्न अन्य स्थानीय निकायों की 104 रिक्त सीटों पर प्रतिनिधियों के चुनाव के लिए उपचुनाव भी उसी दिन हुए थे. गांधीनगर में कुल 2.8 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से 56.24 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. ओखा और भानवड में क्रमश: 55.07 और 62.27 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि थारा में 73.55 फीसदी वोट डाले गए. गांधीनगर में, आप ने पारंपरिक प्रतिद्वंद्वियों भाजपा और कांग्रेस के अलावा मजबूत कोशिश की थी. जीएमसी चुनाव में कुल 161 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. भाजपा और कांग्रेस ने सभी 44 सीटों पर और आप ने 40 सीटों पर चुनाव लड़ा था. यह भी पढ़ें : छत्रसाल स्टेडियम हत्या मामले में पूरक आरोपपत्र जल्द दायर किया जाएगा: पुलिस ने अदालत में कहा

2016 के जीएमसी चुनावों में, उस वक्त की 32 सीटों में से कांग्रेस और भाजपा दोनों ने 16-16 सीटें जीती थीं. तब दोनों पार्टियों के पास ड्रॉ के माध्यम से बोर्ड बनाने की समान संभावना थी लेकिन आखिरी समय में, कांग्रेस पार्षद प्रवीण पटेल ने पाला बदल लिया और भाजपा को नगर निकाय में सत्ता में आने में मदद की. यह चुनाव इस साल अप्रैल में होने थे, लेकिन कोविड-19 के अधिक मामलों को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया था. हाल में राज्य में अचानक मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट बदले जाने के बाद यह पहला स्थानीय निकाय चुनाव था जिसे भाजपा की परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है. पार्टी ने इस साल फरवरी में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में भी जीत हासिल की थी.

राज्य विधानसभा के चुनाव अगले साल होने हैं.

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