नयी दिल्ली, पांच जुलाई हरित हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन हैं। केंद्रीय बिजली, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने निवेशकों को देश में स्वच्छ ऊर्जा स्रोत में निवेश का आग्रह करते हुए यह बात कही है।
सिंह ने हरित हाइड्रोजन पर पहले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन-2023 को संबोधित करते हुए बुधवार को यहां निवेशकों से कहा कि हम आपको हरित हाइड्रोजन परियोजनाओं के विकास में मदद करेंगे। ‘‘आप आएं और हमारे साथ भागीदारी करें।’’
सम्मेलन में 2,500 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। सिंह ने कहा कि निवेशक इलेक्ट्रोलाइजर के विकास, हरित हाइड्रोजन के परिवहन तंत्र, हरित इस्पात और सीमेंट के विनिर्माण में हरित हाइड्रोजन के इस्तेमाल जैसे क्षेत्रों में भागीदारी कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है।
केंद्रीय बिजली मंत्री ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा की तरह भारत हरित हाइड्रोजन क्षेत्र में भी अगुवा बन सकता है।
उन्होंने बताया कि ऐसे उद्योग हैं जिन्होंने हरित हाइड्रोजन की बड़ी क्षमता स्थापित करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि ये लोग भूमि अधिग्रहण के लिए विभिन्न राज्यों के साथ काम कर रहे हैं।
केंद्र सरकार ने जनवरी, 2023 में 19,744 करोड़ रुपये के खर्च के साथ राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन को मंजूरी दी थी। इसका लक्ष्य भारत को हरित हाइड्रोजन के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बनाना है।
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