नयी दिल्ली, 26 अगस्त नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने बुधवार को कहा कि गांवों में काम कर रहे छोटे उद्यमियों में देश की वृद्धि में योगदान देने की काफी क्षमता है लेकिन वे ढांचागत और कर्ज तक पहुंच जैसी सुविधाओं की कमी से प्रभावित हैं।
सीईईडब्ल्यू (काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर) द्वारा वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा कि सरकार आत्मनिर्भर भारत को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘ग्रामीण भारत में 3.5 करोड़ से अधिक छोटे उद्यमी हैं। उनमें देश की वृद्धि में योगदान देने की काफी संभावना है।’’
कुमार ने कहा, ‘‘इस संभावना के बावजूद वे बुनियादी और कर्ज सुविधाओं तक पहुंच के अभाव जैसी कुछ बाधाओं की वजह से क्षमता अनुसार काम नहीं कर पा रहे।’’
यह भी पढ़े | 7th Pay Commission: इस सरकारी पेंशन स्कीम में आप भी कर सकते है निवेश, बुढ़ापे में नहीं होगी पैसे की किल्लत.
नीति आयोग उपाध्यक्ष ने कहा कि भारत स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के मामले में आज अगुवा है। ‘‘स्वच्छ ऊर्जा तक पहुंच को एक जन आंदोलन बनाने की जरूरत है।’’
इस मौके पर सीईईडब्ल्यू के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने की पहल ‘पावरिंग लाइवलीहुड्स’ की शुरूआत की गयी।
कुल 22 करोड़ रुपये की इस पहल के तहत स्वच्छ ऊर्जा आधारित आजीविका उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहे भारतीय उपक्रमों को पूंजी और तकनीकी समर्थन उपलब्ध करायी जाएगी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)