कोरोना जांच किट के आयात पर ‘मुनाफाखोरी’ की जांच और कार्रवाई करे सरकार: कांग्रेस

पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने सरकार से आग्रह भी किया कि कोरोना जांच के किट के आयात से जुड़े सभी दस्तावेज सार्वजनिक किए जाएं ताकि देश को पता चल सके कि कौन लोग संकट के समय ऐसी गतिविधि में शामिल हैं।

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नयी दिल्ली, 27 अप्रैल कांग्रेस ने कोरोना वायरस की जांच के लिए चीन से आयात की कई किट पर कथित रूप से मोटा मुनाफा कमाने को लेकर सोमवार को कहा कि सरकार इस ‘मुनाफाखोरी और कालाबाजारी’ की तत्काल जांच कराए और कार्रवाई करे।

पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने सरकार से आग्रह भी किया कि कोरोना जांच के किट के आयात से जुड़े सभी दस्तावेज सार्वजनिक किए जाएं ताकि देश को पता चल सके कि कौन लोग संकट के समय ऐसी गतिविधि में शामिल हैं।

उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक कंपनी को ठेका दिया गया कि वह चीन से पांच लाख जांच किट खरीदे। वह ठेका आईसीएमआर के कहने पर दिया गया। चीन से जो किट आयात की गई है उसकी कीमत 245 प्रति किट बनती है। पांच लाख किट की कुल कीमत 12 करोड़ 25 लाख रुपये बनती है।’’

तिवारी ने कहा, ‘‘आयात करने वाली कंपनी ने ये किट दूसरी कंपनी को 21 करोड़ रुपये में बेची। फिर इस कंपनी ने आईसीएमआर को ये किट 30 करोड़ रुपये में दी। कुल मिलाकर दो कंपनियों ने मिलकर 18.75 करोड़ रुपये का मोटा मुनाफा कमाया।’’

उनके मुताबिक जिस कंपनी ने चीन से आयात किया वही कंपनी तमिलनाडु सरकार को 400 रुपये दे रही है। अदालत ने फटकार लगाई तो उस कंपनी ने कहा कि हम 400 रुपये में आईसीएमआर को आपूर्ति कर देंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘ इस समय कालाबाजारी और मुनाफाखोरी को रोकने की जरूरत है। सरकार से मांग करना चाहते हैं इस मामले की तत्काल जांच होनी चाहिए और इस महामारी के समय इस मुनाफाखोरी पर रोक लगनी चाहिए। जितनी भी किट आयात हुई है उनसे जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि देश को पता लगना चाहिए कि कौन लोग ऐसा कर रहे हैं।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस का इस मामले पर अदालत जाने का विकल्प खुला हुआ है तो तिवारी ने कहा कि अगर सरकार अपने कदम पीछे खींचते है तो सारे विकल्प खुले हुए हैं।

हक

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