देश की खबरें | मध्य प्रदेश सरकार गरीबों के लिए रेमडेसिविर की शासकीय स्तर पर खरीद करेगी : चौहान
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भोपाल, सात अप्रैल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि प्रदेश सरकार रेमडेसिविर इंजेक्शन की शासकीय स्तर पर खरीदी करेगी, ताकि गरीब एवं मध्यम वर्ग के कोविड-19 के गंभीर मरीजों को इसे नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा सके।
चौहान ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में कम से कम एक कोविड देखभाल केन्द्र बनाया जायेगा और यहां उन मरीजों को पृथक-वास पर रखा जायेगा, जिनके घर पर पृथक-वास के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध नहीं है।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि हर निजी चिकित्सालय के लिए यह अनिवार्य होगा कि कोविड मरीज के इलाज की दरें अस्पताल में एक बड़े बोर्ड पर प्रदर्शित करें। उन्होंने कहा कि निर्धारित दरों के अलावा कोई भी शुल्क लेने पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
चौहान ने स्वास्थ्य आग्रह के समापन मौके पर बुधवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘जनता से बातचीत के दौरान कुछ लोगों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कीमत एवं उपलब्धता पर चिंता जाहिर की थी। इसलिए मैंने निर्देश दिए है कि इसके लिए एक प्रोटोकॉल तय किया जाये।’’
उन्होंने कहा कि जहाँ तक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी का प्रश्न है ,सरकार इसको लेकर बहुत गंभीर है।
चौहान ने बताया, ‘‘रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग के सम्बन्ध में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) एवं प्रोटोकॉल निर्धारित किया जाएगा। इससे रेमडेसिविर के अनावश्यक उपयोग पर लगाम लगेगी और इसकी दूर होगी।’’
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध बिस्तरों की संख्या को 24,000 से बढ़ाकर 36,000 किया जायेगा। उन्होंने कहाक ि कोविड मरीजों के नि:शुल्क इलाज के लिए उपलब्ध बिस्तरों की संख्या को बढ़ाकर 15,000 किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रतिदिन 40,000 संदिग्ध मरीजों की नि:शुल्क कोरोना जांच की जायेगी।
उन्होंने कहा कि भोपाल में एल.एन. अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित कर उसे कोविड मरीजों के नि:शुल्क इलाज के लिए रिजर्व करेंगे।
चौहान ने कहा कि प्रदेश के जिन जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का प्रभाव बढ़ रहा है वहां ''किल कोरोना -2'' अभियान प्रारंभ किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मास्क, ऑक्सीजन, दवाएं आदि की कालाबाजारी और अनावश्यक मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता की लगातार निगरानी की जायेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश को कोरोना के भय और प्रकोप से मुक्त करना है, एम.पी. का अर्थ है 'मास्क पहनो'। हम मास्क पहन कर ही इस भय और कोरोना के प्रकोप से मुक्त हो पाएंगे।’’
चौहान ने कहा, ‘‘हम सभी को मिलकर जनता तक यह संदेश पहुंचाना है और स्वयं भी इसका पालन करना है कि 'मास्क नहीं तो बात नहीं', 'मास्क नहीं तो सामान नहीं' और 'मास्क नहीं तो आना-जाना नहीं'।’’
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