रांची, जमशेदपुर एक मई झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अंतरराष्ट्रीय
मजदूर दिवस पर झारखण्ड के श्रमिकों को शुभकामना देते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्हें मालूम है कि लॉकडाउन में श्रमिकों को कष्ट झेलने पड़े हैं लेकिन अब इसका स्थायी निदान निकाला जायेगा।
मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस की बधाई देते हुए कहा, ‘‘राज्य सरकार श्रमिकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और कल्याण की कामना करती है। मुझे मालूम है, लॉकडाउन में श्रमिकों को कष्ट झेलने पड़े हैं। सरकार श्रमिकों की शीघ्र सकुशल वापसी और बेहतरी के लिए कार्य कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि इस बार लॉकडाउन में झारखंड के श्रमिकों को जो कष्ट उठाना पड़ा है उसे देखते हुए राज्य सरकार को आगे की योजनाएं बनाने में मार्गदर्शन मिलेगा और यह सुनिश्चित किया जायेगा कि इस समस्या का स्थायी निदान निकले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन की कारण जहाँ जो लोग थे वहीं फंसे रह गए। लाखों की तादाद में झारखण्ड के छात्र-छात्राओं, मरीजों तथा अन्य लोगों की सकुशल वापसी के लिए सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द आप तक पहुँचेगी।
सोरेन ने कहा, ‘‘केन्द्र सरकार ने आपको देश के विभिन्न हिस्सों से यहां वापस लाने की अनुमति दी है और सरकार आप तक यथाशीघ्र पहुंचेगी।’’
पश्चिम बंगाल से श्रमिक बसों में और तेलंगाना से एक विशेष ट्रेन में यहां के लिए रवाना भी हो गये हैं।
इस बीच रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार तड़के तेलंगाना के लिंगमपल्ली से हटिया के लिए 24 कोचों की विशेष ट्रेन 1200 श्रमिकों को लेकर रवाना हो चुकी है।
वहीं, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड के 1200 प्रवासी लोगों को तेलंगाना से विशेष ट्रेन के माध्यम से रांची भेजने का प्रबंध करने पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और तेलंगाना सरकार का धन्यवाद करते हुए इसे राज्य के लिए मजदूर दिवस का तोहफा बताया है।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने एक बयान जारी कहा, ‘‘तेलंगाना के लिंगमपल्ली से हटिया विशेष ट्रेन के माध्यम से 1200 से ज्यादा प्रवासी झारखंड वासी वापस आ रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्रालय पीयूष गोयल और तेलंगाना सरकार का धन्यवाद, जिनके प्रयास से यह संभव हो पाया है।’’
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