देश की खबरें | गोवा : विपक्ष ने दो दिन का विधानसभा सत्र बुलाने के लिए सरकार की आलोचना की

पणजी, दो जनवरी गोवा विधानसभा का दो दिवसीय सत्र छह और सात फरवरी को आयोजित किया जाएगा। राज्य विधानमंडल विभाग के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

हालांकि, विपक्ष ने कहा कि सत्र बहुत कम अवधि का है।

विपक्ष ने आरोप लगाया कि यह “लोकतंत्र का मजाक” है और ‘सार्वजनिक लूट एवं गलत कार्यों” पर आलोचना से बचने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाया गया “कायरतापूर्ण कदम” है।

राज्य विधानमंडल विभाग के अधिकारी ने बताया, “गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने छह और सात फरवरी को विधानसभा की बैठक बुलाई है। पहले दिन राज्यपाल सदन को संबोधित करेंगे।”

सदन में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता यूरी अलेमाओ ने कहा, “दो दिन का विधानसभा सत्र बुलाना न केवल लोकतंत्र का मजाक है, बल्कि यह स्पष्ट संकेत है कि भाजपा सरकार ज्वलंत मुद्दों का सामना करने से डरती है।”

अलेमाओ ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘अक्षम’ सरकार लोकतांत्रिक सिद्धांतों को कमजोर करने और विपक्ष के अधिकारों को कमतर करने की कोशिश कर रही है।

‘गोवा फॉरवर्ड पार्टी’ के प्रमुख विजय सरदेसाई ने कहा कि नये साल में प्रमोद सावंत सरकार का पहला आधिकारिक कार्य लोकतांत्रिक आवाज को ‘खत्म करना’ है।

उन्होंने कहा कि केवल दो दिन का विधानसभा सत्र बुलाकर सावंत सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है।

सरदेसाई ने दावा किया, “भूमि हड़पने और नकदी के बदले नौकरी घोटाला सहित लूट और अक्षम्य गलत कार्यों के बोझ तले दबी राज्य सरकार ने विधानसभा में विरोध की आवाज को दबाकर सार्वजनिक रूप से अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।”

उन्होंने कहा, “यह कायरतापूर्ण कदम न केवल सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों के दोषी होने की ओर इशारा करता है, बल्कि उन गंदी चालों को भी उजागर करता है, जिनकी गोवावासियों को नव वर्ष में भाजपा सरकार से उम्मीद करनी चाहिए।”

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