देश की खबरें | गहलोत ने अमृतपाल के उदय के लिए भाजपा की 'हिंदू राष्ट्र' की विचारधारा को जिम्मेदार ठहराया

जयपुर, 31 मार्च राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पंजाब में अमृतपाल सिंह जैसे अलगाववादियों के उदय के लिए शुक्रवार को केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा अपनाई जा रही ‘हिंदू राष्ट्र’ की विचारधारा को जिम्मेदार ठहराया।

इसके साथ ही उन्‍होंने राजस्‍थान में कांग्रेस में ‘गुटबाजी’ व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ सत्ता संघर्ष को ज्‍यादा तवज्‍जो नहीं देते हुए कहा कि ‘‘हर पार्टी में छोटे-मोटे मतभेद होते हैं।’’

गहलोत ने विश्वास व्यक्त किया कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस राज्‍य में सत्ता में वापस आएगी। उन्‍होंने कहा कि वह ‘मिशन 156’ लेकर चल रहे हैं। राज्‍य में कुल 200 सीटें हैं।

गहलोत ने पंजाब में खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह के उदय के लिए भाजपा व राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ‘हिंदू राष्ट्र’ की विचारधारा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘हमें देश की चिंता करनी चाहिए।’’

गहलोत ने कहा, ‘‘देश हित में यही है कि अगर आप सब धर्म व जाति के लोगों को साथ लेकर चलेंगे तो यह देश एक रहेगा, अखंड रहेगा। एक नया आदमी आ गया अमृतपाल सिंह जो कह रहा है कि अगर मोहन भागवत व नरेंद्र मोदी हिंदू राष्‍ट्र की बात करते हैं तो मैं खालिस्‍तान की बात क्‍यों नहीं करूं। उसकी ऐसी हिम्‍मत क्‍यों हुई है... यह हिम्‍मत इसलिए हुई है क्‍योंकि आप हिंदू राष्‍ट्र की बात कैसे कर सकते हैं।’’

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, ‘‘आाप सोचिएगा इस बात को। धर्म के नाम पर लोगों को खुश करना आसान काम होता है। आग लगाना बड़ा आसान काम होता है, आग को बुझाने में वक्‍त लगता है। आप सोच सकते हैं तोड़ना आसान है, जोड़ना बड़ा मुश्किल काम होता है।’’

उन्‍होंने कहा, ‘‘इस तरह के हालात में उस अमृतपाल की हिम्‍मत हो गई। आप हिंदू राष्‍ट्र की बात करते हो मैं क्‍यों नहीं खालिस्‍तान की बात करूं। पहली बार ऐसी आवाज आई है देश में। इंदिरा गांधी ने खालिस्तान नहीं बनने दिया, जिसके कारण उनकी हत्या हुई। इसी के कारण हमारा देश अखंड रहा है।’’

कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल 18 मार्च को उसके संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ पर पुलिस की कार्रवाई के बाद से फरार है। हालांकि, उसने पिछले तीन दिनों में दो कथित वीडियो और सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप जारी की है।

राजस्‍थान में क्‍या कांग्रेस लगातार दोबारा सरकार बना पाएगी, यह पूछे जाने पर गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस बार तो मिशन 156 (सीट) है ... पहली बार जब मैं मुख्‍यमंत्री बना तो हम 156 (सीटें) जीतकर आए थे। तो, इस बार मैं मिशन 156 की बात कर रहा हूं।’’

स्वास्थ्य का अधिकार (आरटीएच) विधेयक के खिलाफ निजी अस्पतालों व चिकित्सकों की हड़ताल पर गहलोत ने कहा कि चिकित्‍सकों को अपनी हड़ताल समाप्‍त करनी चाह‍िए और उनकी सोच सही नहीं है।?

गहलोत ने कहा, ‘‘मैं उनसे आग्रह करूंगा क‍ि आपका यह तरीका गलत है। लोगों में आक्रोश फैल रहा है हम निजी अस्‍पतालों को हर तरह से समर्थन करना चाह रहे हैं। अगर प्रक्रिया में उनको कोई तकलीफ हो रही है तो उसे हम ठीक कर देंगे। अभी इसकी अधिसूचना ही जारी नहीं हुई अभी इसके नियम कायदे बनाएंगे। तब उनके सुझावों को शामिल कर लिया जाएगा।’’

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