पुंछ/जम्मू, 18 जुलाई जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सुरक्षा बलों के साथ भीषण मुठभेड़ में भारी हथियारों से लैस चार विदेशी आतंकवादियों को मंगलवार को ढेर कर दिया गया। इस अभियान ने क्षेत्र में संभावित आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया है। सेना ने यह जानकारी दी है।
सुरक्षा बलों ने 16 और 17 जुलाई की दरमियानी रात में पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा से घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया था। इसके एक दिन बाद चार आतंकवादियों को ढेर किया गया है।
इससे पहले दिन में, जम्मू परिक्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने सुरनकोटे के सिंदराह टॉप इलाके में चार आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि की थी।
राष्ट्रीय राइफल्स सेक्टर छह के कमांडर ब्रिगेडियर एमपी सिंह ने पुंछ में पत्रकारों से कहा, “अभी जारी 'ऑपरेशन त्रिनेत्र द्वितीय' के दौरान एक वन क्षेत्र में चार विदेशी आतंकवादियों को मार गिराया गया है। अंदरूनी इलाकों में भारी हथियारों से लैस ऐसे आतंकवादियों की मौजूदगी क्षेत्र को अस्थिर करने के प्रयासों का संकेत है, और अगर समय पर इन्हें ढेर नहीं किया गया होता तो ये आतंकवादी आने वाले दिनों में बड़ी आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे सकते थे।”
पुंछ के मेंढर इलाके में 20 अप्रैल को सुरक्षा बलों के काफिले पर आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले के बाद सेना ने ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ को शुरू किया था। इस हमले में पांच सैनिकों की जान चली गई थी।
पुंछ के पुलिस वरिष्ठ अधीक्षक विनय शर्मा के साथ खड़े ब्रिग्रेडियर सिंह ने कहा कि 16 जुलाई को वन क्षेत्र में सेना और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया था जो सिंदराह के सामान्य इलाके में अज्ञात व्यक्तियों की गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद बीते तीन के दौरान अथक अभियानों का हिस्सा था।
उन्होंने कहा, “ सशस्त्र आतंकवादियों की उपस्थिति के संबंध में पुख्ता खुफिया जानकारी के बाद क्षेत्र को घेर लिया गया था। इसके आधार पर, सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह ने इस क्षेत्र की (17 जुलाई को) घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया।”
सेना के अधिकारी ने कहा कि घेराबंदी के बाद, जवानों ने खोज अभियान शुरू किया और सिंदराह गांव पहुंचे। उन्होंने बताया, “ गांव के पास जंगल में छुपे चार आतंकवादियों ने पास आ रहे जवानों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। उनकी गोलीबारी का तुरंत जवाब दिया गया और आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया।”
उन्होंने बताया कि सेना की ‘स्पेशल फोर्सेज़’ को भी बुलाया गया और आतंकवादियों तथा खोज दल के बीच पूरे दिन और रात को रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही और आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे मुठभेड़ खत्म हो गई।
ब्रिगेडियर सिंह ने बताया कि इसके बाद क्षेत्र की विस्तृत तलाशी ली गई, जिसमें मारे गए आतंकवादियों के शव और भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ, जिसमें चार चीनी निर्मित एके असॉल्ट राइफलें और दो पिस्तौलें शामिल हैं जिनपर पाकिस्तानी चिन्ह हैं।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त बनाने के लिए आतंकवादियों के खिलाफ अभियान नए जोश के साथ जारी रहेगा।
ब्रिगेडियर सिंह ने नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश करते समय आतंकवादियों के मारे जाने की हाल की घटना का जिक्र करते हुए कहा, "यह दिखाता है कि पड़ोसी देश (पाकिस्तान) रुकेगा नहीं और हमारे क्षेत्र में अशांति पैदा करने की कोशिशें जारी रखेगा। हम नहीं रुकेंगे और इलाके में छुपे सभी आतंकवादियों को ढेर करेंगे।”
एसएसपी पुंछ विनय शर्मा ने कहा कि अभियान की सफलता आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सेना और पुलिस के बीच तालमेल का ज्वलंत उदाहरण है।
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