देश की खबरें | असम में बाढ़ के हालात में सुधार, 22 लाख प्रभावित

गुवाहाटी, 27 जून अधिकतर नदियों का जलस्तर घटने के साथ असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार के संकेत मिल रहे हैं जबकि राज्य भर में 22 लाख से अधिक लोग इससे प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

कछार जिले के मुख्यालय शहर सिलचर में हालांकि स्थिति गंभीर बनी हुई है क्योंकि कई इलाकों में अब भी जलभराव है। रविवार को पांच लोगों की मौत के बाद राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 126 हो गई, जबकि दो अन्य लापता हैं।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, रविवार को 28 जिलों में प्रभावित लोगों की कुल संख्या घटकर 22.21 लाख हो गई, जबकि पिछले दिन यह आंकड़ा 25.10 लाख था।

कोपिली, बराक और कुशियारा नदियां अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

एक सप्ताह से अधिक समय से पानी में डूबे सिलचर कस्बे में उन इलाकों में राहत पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है जहां प्रशासन को वायु सेना के हेलीकॉप्टर से भोजन, पीने के पानी और अन्य आवश्यक वस्तुओं के पैकेट गिराने के लिए हवाई मार्ग से पहुंचना बाकी है।

कछार की उपायुक्त कीर्ति जल्ली ने कहा कि मानव रहित विमान (यूएवी) के जरिये सिलचर शहर में बाढ़ का नक्शा तैयार करने के लिए निगरानी और सर्वेक्षण किया जा रहा है ताकि विभिन्न क्षेत्रों में क्षति का आकलन किया जा सके और भविष्य में नुकसान को कम करने के उपाय करने में मदद मिल सके।

उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए), यूनिसेफ और अंतरराष्ट्रीय धर्मार्थ संगठन ऑक्सफेम ने सिलचर और इसके आसपास के क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों को पीने के पानी के लिए नाव पर जल शोधन इकाइयों का संचालन शुरू किया है।

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को दो दिनों के भीतर दो बार सिलचर का दौरा कर शहर में राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की।

कथित तौर पर बदमाशों द्वारा बेटकुंडी में बांध में दरार के बाद पानी के बहाव से सिलचर बुरी तरह प्रभावित हुआ है और सरमा ने आरोप लगाया कि शहर में बाढ़ “मानव निर्मित” है।

राज्य सरकार ने 3575 खाने के पैकेट गुवाहाटी और जोरहाट से सिलचर पहुंचाए हैं।

एएसडीएमए ने एक बुलेटिन में कहा कि इस बीच, राज्य भर में 75 राजस्व मंडलों के तहत 2,542 गांव बाढ़ की मौजूदा लहर से प्रभावित हैं, जबकि 2,17,413 लोगों ने 564 राहत शिविरों में शरण ली है।

बोंगाईगांव, चराईदेव, चिरांग, हैलाकांडी, मोरीगांव, सोनितपुर, दक्षिण सलमारा और उदलगुरी से भी बड़े पैमाने पर कटाव की सूचना मिली है।

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